भविष्य को बेहतर बनाने के लिए लोग कई तरह के निवेश की प्‍लानिंग करते हैं। वहीं शिक्षा की लागत महंगी हो जाने के बाद से तो उच्‍च शिक्षा प्राप्‍त करना आम लोगों के लिए आसान नहीं रह गया है। अप्रैल 2021 में शिक्षा मुद्रास्फीति 0.63 प्रतिशत थी, जो अब अप्रैल 2022 में 4.12 प्रतिशत है। जबकि कई कारकों ने इस वृद्धि में योगदान दिया है, जिसमें मुख्य रूप से महामारी और संस्थानों को फिर से खोलना शामिल है।

अगर माता-पिता अपने बच्चों के लिए विदेश में शिक्षा का विकल्प चुनते हैं तो खर्च और भी अधिक होता है। ऐसे में कई तरीके हैं, जिनसे माता-पिता पैसे बचा सकते हैं और अपने बच्‍चों की शिक्षा के लिए फंड जुटा सकते हैं। आइए जानते हैं ऐसी स्थिति के लिए आपको किस तरह की प्‍लानिंग करनी चाहिए।

अधिक बचत करने के लिए जल्दी बचत करना शुरू करें

अगर मान लीजिए आपका बच्‍चा तीन साल का है, जो 15 साल में ग्रेजुएशन करेगा। भारत में ग्रेजुएशन करने का लागत 5 लाख रुपए है। इस समय के आधार पर महंगाई पर कैलकुलेट करें तो 15 साल बाद ग्रेजुएशन की लागत 21 लाख रुपए होगी। ऐसे में माता-पिता को बचत के लिए एक बेहतर प्‍लानिंग करनी होगी और समय से निवेश शुरू करना होगा। आइए जानते हैं कौन-कौन से निवेश विकल्‍प में आप पैसा निवेशकर ज्‍यादा फंड जुटा सकते हैं।

सुकन्या समृद्धि योजना (Sukanya Samriddhi Yojana)

सुकन्‍या समृद्धि खाता “बेटी बचाओ, बेटी पढाओ” नामक पहल के तहत बालिकाओं के लिए सरकार द्वारा शुरू की गई एक बचत योजना है। इस योजना के तहत 7.6 प्रतिशत ब्याज दर दिया जाता है, जो जोखिम मुक्‍त योजना है और इसे पोस्‍टऑफिस में खोला जा सकता है। 18 वर्ष की बालिका होने के बाद पूरी राशि निकाली जा सकती है। इसमें 7.6 प्रतिशत उच्‍च ब्‍याज दर पर अच्‍छा फंड जुटाया जा सकता है।

म्यूचुअल फंड्स (Mutual funds)

माता-पिता एक व्यवस्थित निवेश योजना (SIP) के माध्यम से जोखिम को ध्‍यान में रखकर म्यूचुअल फंड में निवेश कर सकते हैं। पैसा नियमित रूप से या निश्चित अंतराल पर खाते से ऑटोमैटिक डेबिट हो जाता है। लंबी अवधि के लिए एक बेहतरीन वित्तीय नियोजन साधन, माता-पिता 15 वर्षों की अवधि में 45 लाख रुपए तक बचा सकते हैं।

उदाहरण के लिए, व्यक्ति Y अपने बच्चे के पैदा होने पर मासिक रूप से 10,000 रुपए का SIP शुरू करता है। बच्चे के 15 वर्ष की आयु तक पहुंचने तक उनके पास 45.28 लाख रुपए होंगे, इस अवधि के दौरान प्रति वर्ष लगभग 12 प्रतिशत का लाभ मिलेगा।

शिक्षा लोन (Education Loan)

रिटायरमेंट योजना की कीमत पर अपने बच्चे की शिक्षा के लिए धन देना अच्‍छा निर्णय नहीं हो सकता है। अगर आपकी बचत दोनों लक्ष्यों को पूरा नहीं कर सकती है, तो एजुकेशन लोन के लिए आवेदन करना बेहतर है। जोखिम लेने की क्षमता और माता-पिता की वित्तीय स्थिति के अनुसार एजुकेशन लोन का विकल्‍प चुना जा सकता है।