दिवाली से पहले होम लोन की दरों में स्‍पेशल छूट और रियल एस्‍टेट डेवलपर्स की की ओर से दिए जा रहे ऑफर्स अभी तक ठीक से शुरू भी नहीं हुए हैं और रियल एस्‍टेट में बूम के संकेत मिलने शुरू हो गए हैं। एनारॉक की एक रिपोर्ट के अनुसार देश के टॉप के 7 शहरों में मकानों की बिक्री में पिछले साल के मुकाबले 113 फीसदी का इजाफा देखने को मिला है। ताज्‍जुब की बात तो ये है कि इस दौरान मकानों की कीमत में तेजी देखने को मिली है। आइए आपको भी बताते हैं कि आख‍िर एनारॉक की रिपोर्ट में क्‍या कहा गया है।

घरों की बिक्री में 113 फीसदी का इजाफा
देश के टॉप 7 शहरों में अनुसार 2020 की तीसरी ति‍माही में लगभग 29,520 यनिट्स के मुकाबले 2021 की त‍ीसरी ति‍माही में लगभग 62,800 यूनिट्स की सेल हुई है। आवासों की यह बिक्री साल दर साल के आधार पर 113 फीसदी का इजाफा देखने को मिला है। मकानों की सबसे ज्‍यादा बिक्री मुंबई महानगर क्षेत्र यानी एमएमआर में 33 फीसदी देखने को मिली हैं। उसके बाद नंबर दिल्‍ली एनसीआर में 16 फीसदी देखने को मिला है।

मकानों की कीमत में 3 फीसदी की तेजी
वहीं दूसरी ओर कीमत की तुलना करें तो 2020 की तीसरी ति‍माही के मुकाबले 2021 की तीसरी ति‍माही में विकास इनपुट लागत में वृद्धि के कारण शीर्ष सात शहरों में औसत संपत्ति की कीमतों में 3 फीसदी का इजाफा देखने को मिला है। पिछले साल की तीसरी ति‍माही में मकानों की कीमत 5600 रुपए प्रति वर्ग फुट थी जो समान अवधि में इस साल 5,760 रुपए प्रति वर्ग फुट देखने को मिला है। बेंगलुरु में यह तेजी 4 फीसदी देखने को मिली है। पिछले साल यहां पर प्राइस 4975 रुपए प्रति वर्ग फुट से बढ़कर 5,150 रुपए प्रति वर्ग फुट हो गया।

नए प्रोजेक्‍ट लांचिंग में इजाफा
रिपोर्ट के अनुसार शीर्ष 7 शहरों में नए आवासीय प्रोजेक्‍ट की लांचिंग में पिछले साल के मुकाबले इस साल की तीसरी तिमाही में 98 फीसदी का इजाफा देखने को मिला है। पिछले साल की तीसरी त‍िमाही में 32,530 यूनिट्स सामने आई थी, जो इस साल ही तीसरी त‍िमाही में बढ़कर 64,560 यूनिट्स रही। जबकि MMR ने तिमाही में सबसे अधिक संख्या में नए लॉन्च लगभग 16,510 यूनिट्स देखने को मिले। जबकि हैदराबाद में यह संख्‍या 14,690 यूनिट्स रही।

मिड और प्रीमियम सेगमेंट म‍कानों की बढ़ी डिमांड
दिलचस्प बात यह है कि मिड-सेगमेंट (40-80 लाख रुपए की कीमत वाले घर) और प्रीमियम होम (80 लाख रुपए से 1.5 करोड़ रुपए की कीमत) क्रमशः 41 फीसदी और 25 फीसदी शेयरों के साथ नई आपूर्ति पर हावी हैं। अफोर्डेबल हाउसिंग सेगमेंट (यूनिट्स की कीमत 40 लाख रुपए से कम कीमत) में तिमाही में इसकी आपूर्ति हिस्सेदारी घटकर 24 फीसदी हो गई।

किस शहर में हुई कितनी बिक्री

  • हैदराबाद में पिछले साल के मुकाबले 300 फीसदी का इजाफा देखने को मिला। इस साल की तीसरी त‍िमाही में घरों की बिकी 6,735 यूनिट्स रही।
  • एमएमआर और पुणे ने भी अन्य शीर्ष शहरों की तुलना में तिमाही में उल्लेखनीय बिक्री वृद्धि देखी – एमएमआर में 128 फीसदी (लगभग 20,965 यूनिट) और पुणे में 100 फीसदी (लगभग 9,705 यूनिट)।
  • NCR और बेंगलुरु में 2021 की तीसरी त‍िमाही में बिक्री में 2020 की तीसरी त‍िमाही के मुकाबले लगभग क्रमशः 97 फीसदी (लगभग 10,220 यूनिट) और 58 फीसदी (लगभग 8,550 यूनि‍ट्स)।
  • चेन्नई में मकानों की बिक्री 2020 की तीसरी ति‍माही की तुलना में 2021 की तीसरी त‍िमाही में 3,405 यूनिट बेची गईं। इस दौरान बिक्री में 113 फीसदी का इजाफा देखने को मिला है।
  • कोलकाता ने Q3 2020 के मुकाबले Q3 2021 में मकानों की बिक्री दोगुना हुई हैं। इस साल तीसरी तिमाही में 3,220 यूनिट्स की बिक्री हुई।

क्‍यों आई तेजी
इस रिपोर्ट पर कमेंट करते हुए एनारॉक ग्रुप के अध्‍यक्ष अनुज पुरी ने कहा कि IT/ITeS टॉप 7 शहरों में आवास की मांग को बढ़ा रहे हैं। 2021 की तीसरी त‍िमाही में IT/ITeS में जॉब सिक्‍योरिटीज और मजबूत रिक्रूटिंग में काफी सुधार हुआ है। वहीं दूसरी होम लोन की दरों में रिकॉर्ड कमी और वर्क फ्रॉम होम बढ़ते चलन, बड़े मकान की जरुरत के कारण डिमांड में इजाफा देखने को मिला है।