हाल ही में फोर्ड ने भारत से अपना कारोबार बंद करने का ऐलान किया है। कभी इसी फोर्ड के पास रतन टाटा खुद अपनी टाटा मोटर्स को बेचने के लिए यूएस गए थे। तब उन्‍हें फोर्ड के मालिक से काफी बदसलूकी झेलनी पड़ी थी। तब वो कंपनी को ब‍िना बेचे वापस लौट आए थे। उसके बाद उन्‍होंने रतन टाटा ने टाटा मोटर्स को नए मुकाम पर ले जाने के लिए काफी मेहनत की। अब वो इलेक्‍ट्रि‍क व्‍हीकल सेगमेंट की ओर बढ़ रही है। वहीं दूसरी ओर कंपनी नि‍वेशकों को भी शेयर बाजार के माध्‍यम से काफी मुनाफा कमाकर दे रही है।

दस साल में दोगुना से ज्‍यादा कराई कमाई
कभी टाटा मोटर्स की हालत का काफी पतली थी। अब कंपनी की स्‍थि‍त‍ि काफी मजबूत हो गई है। बीते दस सालों की बात करें तो कंपनी ने निवेशकों को दोगुना से ज्‍यादा कमाई कराई है। आज बाजार बंद होने तक कंपनी का शेयर 1.64 फीसदी की तेजी के साथ 306.05 रुपए पर बंद हुआ। जबकि 14 सि‍तंबर 2011 को कंपनी का शेयर 140.99 रुपए पर बंद हुआ है। इस दौरान कंपनी ने निवेशकों को 117 फीसदी का रिटर्न दिया है।

एक लाख रुपए के 2.17 लाख रुपए
अगर किसी ने टाटा मोटर्स के शेयरों में 140.99 रुपए के हिसाब से एक लाख रुपए का निवेश किया होता तो निवेशक को 709 शेयर मिले होते। जिनकी वैल्‍यू आज 306.05 रुपए के हिसाब से 2.17 लाख रुपए हो गई होती। जानकारों की मानें तो आने वाले दिनों में इनकी वैल्‍यू में और भी इजाफा देखने को मिल सकता है। टाटा मोटर्स के शेयर्स जून के महीने में ऑल टाइम हाई पर गए थे। उससे पहले पिछले साल सितंबर में कंपनी के शेयरों में गिरावट देखने को मिली थी।

एक लाख करोड़ रुपए की है कंपनी
टाटा मोटर्स का मार्केट कैप एक लाख करोड़ रुपए से ज्‍यादा का है। मौजूदा समय में कंपनी का मार्केट कैप 1,01,618.02 लाख करोड़ रुपए है। आज कंपनी के शेयरों में 1.64 फीसदी की तेजी देखने को मिली है। जिसकी वजह से कंपनी के मार्केट कैप में भी इजाफा हुआ है। जिसकी वजह से कंपनी का मार्केट कैप एक लाख करोड़ रुपए के पाार चला गया है।