देश में दर्जनों हेल्थ इंश्योरेंस कंपनी बिजनेस के लिए प्रतिस्पर्धा कर रही हैं। जिसमें इंश्योरेंस कंपनी कई ऐसी सर्विस भी देती हैं जो आपके लिए किसी काम की नहीं होती और उनके लिए आपको भुगतान भी करना पड़ता है। ऐसे में अपने लिए बेहतर इंश्योरेंस पॉलिसी का चुनाव करना बेहद मुश्किल होता है। कवरफॉक्स डॉट कॉम के कार्यकारी डायरेक्टर जॉन मेन कहते हैं कि, भारत में 2021 में मेडिकल इंफ्लेशन 7.7 फीसदी था जो दिसंबर 2019 में केवल 3.8 फीसदी था। उन्होंने आगे कहा कि, इसीलिए कोई भी मेडिकल पॉलिसी चुनने से पहले सभी विकल्पों के बारे में जरूर जानना चाहिए।

हेल्थ इंश्योरेंस लेते समय की जाती हैं ये सामान्य गलतियां

अपर्याप्त कवरेज – मेडिकल पॉलिसी लेते समय आपको पॉलिसी के कवरेज की ठीक जानकारी होनी चाहिए। क्योंकि अस्पताल में भर्ती होने की स्थिति में केवल अस्पताल का खर्चा ही नहीं होता। बल्कि, दवा, जांच सहित कई दूसरे खर्च भी बीमारी में सामने आते हैं।

पॉलिसी में पुरानी बीमारी की जरूर दें जानकारी- बहुत से लोग हेल्थ पॉलिसी लेते समय अपनी पुरानी बीमारियों का जिक्र हेल्थ इंश्योरेंस में नहीं करते हैं। ऐसे में बाद में अगर आपको किसी पुरानी बीमारी की वजह से परेशानी होती है तो हेल्थ इंश्योरेंस काम नहीं आता।

पॉलिसी के सभी नियम और शर्त जरूर पढ़े – हेल्थ इंश्योरेंस लेते समय पॉलिसी के प्लांस, रेम रेंट कैपिंग और को-पेमेंट के बारे में जरूर जानकारी करें। वहीं इसके अलावा पॉलिसी में दिए गए नियम और शर्तों को ध्यान से पढ़ना चाहिए।

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इन बीमारियों का भी रखें ख्याल – लाइफ स्टाइल की वजह से लोगों में कई बीमारियां तेजी से बढ़ रही है। इसलिए हेल्थ इंश्योरेंस में इनके लिए भी पर्याप्त कवर रखना चाहिए। इसके अलावा क्रिटिकल इलनेस, पर्सनल एक्सीडेंट कवरेज को एड-ऑन के रूम में या अलग से स्टैंडअलोन प्लान के रूप में चुनना चाहिए।