बीते सप्ताह रिलायंस समेत 6 टॉप कंपनियां के लिए अच्छा नहीं रहा। इन सभी कंपनियों को करीब 44 हजार करोड़ रुपए का नुकसान हुआ है। वहीं देश की टॉप चार कंपनियों के मार्केट कैप में तेजी देखने को मिली है, जिसमें टाटा ग्रुप की टाटा कंसलटेंसी सर्विसेज भी शामिल हैं। भारती एयरटेल और और एसबीआई भी इस फेहरिस्त में है। आइए आपको भी बताते हैं के किन कंपनियों और नुकसान और फायदा हुआ है।
कितनी कंपनियों को फायदा और नुकसान
बीते सप्ताह बीएसई का प्रमुख सूचकांक सेंसेक्स 710 अंक या 1.21 फीसदी चढ़कर बंद हुआ है। गुरुवार को पहली बार सेंसेक्स 59,000 अंक के स्तर पर पहुंचा। सेंसेक्स की शीर्ष 10 कंपनियों में से रिलायंस इंडस्ट्रीज, इन्फोसिस, हिंदुस्तान यूनिलीवर लि., एचडीएफसी, आईसीआईसीआई बैंक और बजाज फाइनेंस के मार्केट कैप में सामूहिक रूप से 43,746.79 करोड़ रुपए की गिरावट आई। वहीं इस दौरान सेंसेक्स की शीर्ष 10 में से चार कंपनियों के मार्केट कैप में 65,464.41 करोड़ रुपए का उछाल आया। जिसमें भारती एयरटेल और भारतीय स्टेट बैंक सबसे अधिक लाभ में रहें। टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज (टीसीएस), एचडीएफसी बैंक को भी फायदा हुआ है।
इन कंपनियों के मार्केट कैप में आई तेजी
- पिछले सप्ताह में भारती एयरटेल का मार्केट कैप 22,984.14 करोड़ रुपए बढ़कर 3,99,901.97 करोड़ रुपए पर पहुंचा।
- भारतीय स्टेट बैंक का मार्केट कैप 19,500.28 करोड़ रुपए की बढ़त के साथ 4,05,221.99 करोड़ रुपए रहा।
- टीसीएस का मार्केट कैप 14,315.33 करोड़ रुपए के उछाल से 14,16,903.13 करोड़ रुपए पर आ गया।
- एचडीएफसी बैंक का मार्केट कैप 8,664.66 करोड़ रुपए की बढ़ोतरी के साथ 8,76,597.86 करोड़ रुपए हो गया।
इन कंपनियों को हुआ नुकसान
- रिलायंस इंडस्ट्रीज का मार्केट कैप 22,219.75 करोड़ रुपए घटकर 15,15,380.48 करोड़ रुपए रह गया।
- हिंदुस्तान यूनिलीवर की बाजार हैसियत 20,605.92 करोड़ रुपए के नुकसान से 6,39,335.53 करोड़ रुपए रही।
- एचडीएफसी का मार्केट कैप 576.19 करोड़ रुपए घटकर 5,10,550.29 करोड़ रुपए पर रह गया है।
- इन्फोसिस का 212.1 करोड़ रुपये के नुकसान से 7,17,427.09 करोड़ रुपए रह गया।
- बाजार फाइनेंस का बाजार मूल्यांकन 90.54 करोड़ रुपए घटकर 4,48,292.54 करोड़ रुपए है।
- आईसीआईसीआई बैंक का 42.29 करोड़ रुपये के नुकसान से 4,99,176.68 करोड़ रुपये रह गया।
निवेशकों को भी हुआ नुकसान
वहीं कंपनियों के निवेशकों को नुकसान हुआ है। जिन कंपनियों के मार्केट कैप में गिरावट आई है वो शेयरों की कीमत कम होने से हुई है। जिसका असर निवेशकों पर देखने को मिलता है, क्योंकि शेयरों की कीमत कम होने से जिन निवेशकों का रुपया लगा हुआ है, उनके निवेश की वैल्यू कम हो जाती है या फिर प्रोफिट कम हो जाता है।