केंद्र सरकार की ओर से लोगों को सहायता और बीमा के नाम पर जनधन खाता खोला गया था। इसके तहत कई लोगों को लाभ भी दिया गया। इसके माध्यम से कई योजनाओं का फायदा व सब्सिडी भी जारी की जा रही है। सरकार द्वारा जारी की जा रही कई योजनाओं का सीधा फायदा जनधन खाताधारकों को मिलता है, लेकिन बैंक द्वारा कई ऐसी योजनाएं हैं जिसका फायदा जनधन अकाउंट के तहत नहीं मिल पाता है। ऐसे में बैंक द्वारा मिलने वाली सुविधाओं का लाभ लेने के लिए कोई चाहता है कि अपने जनधन खाते को सेविंग खाता में ट्रांसफर करना चाहता है तो उसे आगे बताए जा रहे प्रोसेस को पूरा करना होगा।
स्टेट बैंक ऑफ इंडिया ने ट्विटर के जरिए जनधन अकाउंट को सेविंग अकाउंट में ट्रांसफर करने का प्रोसेस बताया है, जिसे फॉलो करके आप अपने अकाउंट को सेविंग अकाउंट में बदल सकते हैं। हाल ही में एक ग्राहक की ओर से पूछे गए सवाल- (कि अपने जनधन अकाउंट को सेविंग अकाउट में कैसे बदले) पर जानकारी देते हुए एसबीआई ने बताया है कि कैसे आप अपने जनधन को सेविंग अकाउंट में बदल सकते हैं।
ट्रांसफर कराने की यह है प्रक्रिया
एसबीआई की ओर से दी गई जानकारी के अनुसार, अगर आपको अपने जनधन अकाउंट को बदलना चाहते हैं तो सबसे पहले बैंच ब्रांच में जाएं और वहां एक अकाउंट बदलने के लिए आवेदन देना होगा। साथ ही आपको बैंक में अपने केवाईसी डॉक्युमेंट सब्मिट करने होंगे। अगर आप जानना चाहते हैं कि आपको कौन-कौन से डॉक्यूमेंट सब्मिट करने हैं तो आप बैंक की आधिकारिक वेबसाइट पर जाकर डॉक्यूमेंट की लिस्ट देख सकते हैं।
अब डिजिटल लेनदेन के लिए नहीं देना होगा कोई शुल्क
बैंक ने हाल ही में घोषणा की कि उसके मूल बचत बैंक जमा खाते (BSBDA) के ग्राहकों को डिजिटल लेनदेन के लिए कोई शुल्क नहीं देना होगा। पहले इन ग्राहकों का डिजिटल पेमेंट के लिए शुल्क देना पड़ता था, यूपीआई और रुपे कार्ड से होने वाले डिजिटल पेमेंट पर अब चार्ज नहीं लिया जाएगा। इस घोषणा के साथ ही अब एसबीआई अपने किसी भी ग्राहक से डिजिटल पेमेंट के लिए शुल्क नहीं लेगा।
254 करोड़ रुपये की लेनदेन वसूली
एक रिपोर्ट में बताया गया था कि एसबीआई ने 1 जून, 2017 से एक महीने में चार से अधिक डेबिट लेनदेन के लिए 17.70 रुपये का शुल्क लिया। आईआईटी बाम्बे के गणित विभाग के प्रोफेसर आशीष दास ने कहा कि हालांकि एसबीआई अब डिजिटल लेनदेन के लिए पैसे नहीं ले रहा है, बैंक ने अप्रैल 2017 के दौरान 254 करोड़ रुपये से अधिक का संग्रह किया। सितंबर 2020 में प्रधानमंत्री जन धन योजना (पीएमजेडीवाई) के तहत बीएसबीडीए ग्राहकों द्वारा किए गए कम से कम 14 करोड़ यूपीआई/रूपे लेनदेन से पैसे वसूले थे।