कर्मचारी भविष्‍य निधि की ओर से नौकरीपेशा लोगों को लाभ दिया जाता है। इसके तहत आपके हर महीने के पैसे के निवेश पर सरकार इनटरेस्‍ट देती है। यह ब्‍याज दर सरकार की ओर 8.50 फीसद दिया जाता है। इसके अलावा ईपीएफओ की ओर से पेंशन योजना और लोन जैसी सुविधाएं भी सदस्‍यों को दी जाती है। ईपीएफओ सदस्‍यों को इन सुविधाओं का लाभ देने के लिए कुछ जरुरी दस्‍तावेज भी मांगती है। इसके तहत सदस्‍यों को आधार कार्ड, पैन कार्ड और अन्‍य दस्‍तावेज देने होते हैं। लेकिन यह तभी उपयोग में लाया जाता है, जब आप ईपीएफ खाता खोलते हैं या फिर आप इसके तहत योजना का लाभ लेते हैं।

इसके अलावा ईपीएफ आपसे फोन या मैसेज करके कोई जानकारी नहीं मांगता है। अब ईपीएफ ने इसे लेकर ट्विटर पर जानकारी साझा की है। ईपीएफओ ने कहा है कि ईपीएफओ अपने मेंबर से कभी आधार कार्ड, पैन, यूएएन, बैंक डिटेल की जानकारी नहीं मांगता। अगर कोई फोन या सोशल मीडिया पर ऐसी जानकारी मांगे तो सावधान हो जाना चाहिए क्‍योंकि इसके लीक होने पर आपके साथ धोखा हो सकता है। इस तरह के किसी भी तरह क फोन और मैसेज का रिप्‍लाई नहीं करना चाहिए।

कभी न करें ये काम
अगर आपका भी ईपीएफ खाता है तो आपको जरुरी जानकारी जैसे पैन, आधार शेयर नहीं करना चाहिए। इसके अलावा आपके खाते का यूएएन नंबर भी शेयर नहीं करना चाहिए। क्‍योंकि इसके लीक होने पर फर्जीवाड़ा होने की संभावना बढ़ सकती है। इसके अलावा अगर आप चाहें तो इसके खिलाफ पुलिस शिकायत भी करा सकते हैं।

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पैसों का हो सकता है बड़ा नुकसान
कर्मचारी भविष्‍य निधि खाता के कर्मचारियों के मोटी बचत का एक माध्‍यम है। इस बीच में अगर आपकी जानकारी लीक हो जाती है तो आपके खाते से पैसे गायब हो सकते हैं। यानी कि आपके जीवन की एक बचत मनी एक झटके में खत्‍म हो सकती है। इस लिए इन दस्‍तावेजों और ईपीएफ से जुड़ी अन्‍य जानकारी संभालकर रखनी चाहिए।