कोरोना वायरस के इस संकट के दौर में भारतीयों की औसत कमाई में 5.4 फीसदी की कमी आई है। भारतीय स्टेट बैंक की इकनॉमिक विंग की ओर से तैयार की गई रिपोर्ट के मुताबिक भारतीयों की कमाई 1.52 लाख करोड़ रुपये की बजाय 1.43 लाख करोड़ रुपये रही है। रिपोर्ट के मुताबिक प्रति व्यक्ति आय में आई यह गिरावट जीडीपी में कमजोरी से भी ज्यादा है। जीडीपी में इस अवधि में 3.8 फीसदी की गिरावट देखने को मिली है। प्रति व्यक्ति आय के लिहाज से सबसे ज्यादा नुकसान दिल्ली, चंडीगढ़ और गुजरात जैसे बड़े शहरों में हुआ है। दिल्ली में प्रति व्यक्ति आय में 15.4 पर्सेंट की कमी हुई है, जबकि चंडीगढ़ में 13.9 पर्सेंट और गुजरात में 11.6 फीसदी की कमी आई है।

वहीं पूर्वोत्तर राज्य अरुणाचल प्रदेश, मणिपुर के अलावा गोवा में कोई खास असर नहीं पड़ा है। स्टेट बैंक ऑफ इंडिया के चीफ इकनॉमिक एडवाइजर सौम्या कांति घोष ने कहा, ‘हमारी रिपोर्ट के मुताबिक देश भर में औसत आय में 5.4 फीसदी की कमी आई है, जो जीडीपी में गिरावट से भी कहीं ज्यादा है। जीडीपी में 3.8 फीसदी की कमी आई है।’ उन्होंने कहा कि वैश्विक स्तर पर बात करें तो प्रति व्यक्ति आय में 6.2 फीसदी की कमी आई है, जबकि 2020 में जीडीपी में 5.2 पर्सेंट की कमी आई है।

रिपोर्ट के मुताबिक कमजोर राज्यों के मुकाबले अमीर राज्यों में प्रति व्यक्ति आय में ज्यादा गिरावट आई है। उदाहरण के तौर पर देखें तो दिल्ली और चंडीगढ़ में प्रति व्यक्ति आय में राष्ट्रीय औसत के मुकाबले तीन गुने की गिरावट आई है। रिपोर्ट का जिक्र करते हुए घोष ने कहा कि देश के देश के 8 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में प्रति व्यक्ति आय में दोहरे अंकों में गिरावट देखने को मिली है, जो चिंताजनक है। इन राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों की देश की जीडीपी में 47 पर्सेंट की हिस्सेदारी है।

रिपोर्ट में कहा गया है कि शहरी क्षेत्रों में प्रति व्यक्ति आय में अधिक गिरावट की वजह यह है कि औद्योगिक क्षेत्र इन्हीं इलाकों में केंद्रित हैं। इसके अलावा शहरी क्षेत्रों में ही लॉकडाउन को ज्यादा सख्ती से लागू किया गया है।