देश का सबसे बड़ा इनिशियल पब्लिक ऑफरिंग यानी आईपीओ लाने जा रही पेटीएम ने 20 हजार फील्ड सेल्स एक्जीक्यूटिव को नौकरी देने की योजना बनाई है। प्रमुख प्रतिद्वंदी फोन-पे और गूगल-पे से मिल रहे कठिन कंपटीशन से निपटने के लिए कंपनी ने यह योजना बनाई है।

यह फील्ड सेल्स एक्जीक्यूटिव हर महीने 35 हजार रुपए की कमाई कर सकेंगे। टाइम्स ऑफ इंडिया की रिपोर्ट में सूत्रों के हवाले से कहा गया है कि इन नए एक्जीक्यूटिव को पेटीएम के पोर्टफोलियो में शामिल सभी उत्पादों को प्रमोट करने के लिए तैनात किया जाएगा। पेटीएम के पोर्टफोलियो में क्यूआर कोड, पीओएस मशीन, पेटीएम साउंड बॉक्स के साथ अन्य उत्पाद जैसे पेटीएम वॉलेट, यूपीआई, पेटीएम पोस्टपेड, मर्चेंट लोन और इंश्योरेंस शामिल हैं।

कुछ महीने पहले भी हायर किए थे फील्ड एक्जीक्यूटिव: पेटीएम ने कुछ महीने पहले भी फील्ड सेल्स एक्जीक्यूटिव को जोड़ने का कार्यक्रम लॉन्च किया था। अंडरग्रेजुएट को रोजगार के अवसर देने के मकसद से यह कार्यक्रम लॉन्च किया गया था। हालांकि, नए फील्ड एक्जीक्यूटिव को जोड़ने को लेकर पेटीएम के प्रवक्ता ने कोई प्रतिक्रिया नहीं दी है।

अक्टूबर तक आ सकता है आईपीओ: डिजिटल पेमेंट कारोबार से जुड़ी पेटीएम देश का सबसे बड़ा 16,600 करोड़ रुपए का आईपीओ लाने जा रही है। यह आईपीओ अक्टूबर में आ सकता है। नेशनल पेमेंट कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया (NPCI) के डाटा के मुताबिक, मई में यूपीआई ट्रांजेक्शन में पेटीएम की 11 फीसदी हिस्सेदारी थी। जबकि फोन-पे की 45 फीसदी और गूगल-पे की 35 फीसदी हिस्सेदारी थी।

नए मर्चेंट जोड़ने पर खर्च होंगे 4300 करोड़ रुपए: पेटीएम ने आईपीओ को लेकर इस महीने की शुरुआत में ड्राफ्ट प्रॉस्पेक्टस सेबी के पास जमा किया था। इसके मुताबिक, कंपनी आईपीओ के जरिए 16 अरब डॉलर की राशि जुटाना चाहती है। इसमें से 4300 करोड़ रुपए नए ग्राहक और मर्चेंट को जोड़ने पर खर्च किए जाएंगे।

1 करोड़ से ज्यादा फास्टैग जारी करने वाला बैंक बना पेटीएम: पेटीएम ने कहा है कि उसका पेमेंट्स बैंक देश में 1 करोड़ से ज्यादा फास्टैग जारी करने वाला बैंक बन गया है। यह देश के 280 टोल प्लाजा पर पेमेंट कलेक्शन करने वाला सबसे बड़ा बैंक बन गया है। पेटीएम पेमेंट्स बैंक के चीफ बिजनेस ऑफिस सजल भटनागर का कहना है कि देश में कुल 32 बैंक फास्टैग जारी करते हैं। इसमें पेटीएम पेमेंट्स बैंक की 30 फीसदी हिस्सेदाकरी है।