पेटीएम के 2.5 अरब डॉलर के आईपीओ के बाद कंपनी के मौजूदा और पूर्व कर्मचारी करोड़पति बन जाएंगे। बताया जा रहा है कि करीब 350 कर्मचारियों के पास कम से कम एक करोड़ की नेटवर्थ होगी। आज पेटीएम देश की सबसे कीमती कंपनियों में शामिल हो गई है। क्या आपको पता है कि पेटीएम के संस्थापक विजय शेखर जो कि साल 2017 में भारत के सबसे युवा अरबपति बने, कभी केवल 10 हजार रुपये महीने कमाते थे और उनकी शादी भी नहीं हो पा रही थी।

विजय शेखर ने रॉयटर्स को बताया था, ‘साल 2004-05 में मेरे पिता ने मुझसे कहा कि ये कंपनी बंद कर दो और कोई 20-30 हजार वाली नौकरी कर लो। उस समय मैं एक छोटी सी कंपनी चलाता था और मोबाइल कंटेंट बेचा करता था। कोई भी शादी के लिए आता था तो दोबारा कॉल नहीं करता था क्योंकि उसे पता चल जाता था कि लड़का महीने में केवल 10 हजार रुपये कमाता है। मुझे शादी के लायक नहीं समझा जाता था।’

उत्तर प्रदेश के अलीगढ़ में जन्मे विजय शेखर के पिता स्कूल में पढ़ाते थे और मां गृहिणी थीं। विजय शेखऱ ने बताया था कि उन्हें आज भी सड़क के किनारे ठेले पर खाना पसंद है और पटरी पर चाय पीना पसंद करते हैं। विजय ने बताया, ‘लंबे समय तक मेरे मां-बाप को पता ही नहीं था कि बेटा क्या कर रहा है।’

उन्होंने कहा, जब चीन की कंपनी ने पीएएम में साल 2015 में निवेश किया तो एक बार मेरी मां हिंदी का अखबार पढ़ रही थीं। नेटवर्थ के बारे में पढ़कर उन्होंने मुझसे पूछा, ‘विजय ये लोग जितना कह रहे हैं, क्या वाकई में तुम्हारे पास इतना पैसा है?’

बता दें कि विजय की पढ़ाई हिंदी मीडियम से हुई थी। बाद में उन्होंने दिल्ली कॉलेज ऑफ इंजीनियरिंग से इलेक्ट्रॉनिक कम्युनिकेशन में इंजीनियरिंग की। जब उन्होंने पहली कंपनी शुरू की तो उन्हें 24 प्रतिशत के दर से लोन लेना पड़ा था। साल 2011 में उन्होंने पेटीएम की शुरुआत की जो कि पे थ्रू ऐप का शॉर्ट टर्म है।