देश में एक तरफ जहां बढ़ते तेल दामों से जनता परेशान है। महंगाई प्रतिदिन नए आयाम छू रही है। वहीं, दूसरी तरफ देश की बड़ी तेल कंपनियां मोटा मुनाफा कमा रही है। अमेरिकी इन्वेस्टमेंट बैंक मॉर्गन स्टेनली की रिपोर्ट के मुताबिक तेल के दाम बढ़ने का सीधा फायदा भारत में तेल और गैस उत्पादन उत्पादन करने वाली कंपनियों को मिलेगा।
रिपोर्ट के मुताबिक भारत की सबसे बड़ी सरकारी तेल गैस उत्पादन करने वाली कंपनी ओएनजीसी की आय इस वित्त वर्ष में करीब 3 बिलियन डॉलर (23,000 करोड़) की बढ़त हो सकती है जबकि गैस उत्पादन से होने वाले आय पिछले साल के मुकाबले दुगनी से भी अधिक होने की संभावना है। देश की प्राइवेट क्षेत्र की सबसे बड़ी तेल गैस कंपनी रिलायंस को भी करीब 1.5 बिलियन डॉलर (11,500 करोड़) अधिक आय होगी।
देश में लगातार बढ़ रही पेट्रोल डीजल की कीमत: कीमतें बढ़ने के कारण महंगे पेट्रोल डीजल की मार लगातार जनता पर पड़ रही है। 04 नवंबर से 21 मार्च तक कीमत नहीं बढ़ने के बाद तेल कंपनियां लगातार पेट्रोल डीजल की कीमतें बढ़ा रही है। पिछले 13 दिनों में करीब 11 बार पेट्रोल और डीजल की कीमत बढ़ाई जा चुकी है। आज के पेट्रोल डीजल में बढ़ी कीमतों को जोड़ दिया जाए तो पिछले 13 दिनों में करीब 8 रुपए प्रति लीटर का इजाफा हो चुका है। जिसके कारण देश की राजधानी दिल्ली में पेट्रोल के दाम 100 रुपए प्रति लीटर के पार जा चुके हैं।
गैस में दम में भी वृद्धि: महंगाई की मार केवल पेट्रोल डीजल पर ही नहीं बल्कि गैस के दामों पर भी पड़ रही है। 22 मार्च को देश में घरेलू सिलेंडर पर 50 रुपए का इजाफा किया था, जिसके बाद दिल्ली में 14.2 एक एलपीजी सिलेंडर का दाम बढ़कर 950 रुपए हो गया है।
22 मार्च के बाद से वाणिज्य गैस सिलेंडर की कीमत में रिकॉर्ड 346 रुपए की वृद्धि की गई है। 22 मार्च को 19 किलो के सिलेंडर की कीमत 105 रुपए बढ़ाई गई थी, जिसे बाद में 9 रुपए कम किया गया था। वहीं, 1 अप्रैल को इसमें एक साथ 250 रुपए की वृद्धि की गई है। इसके अवाला अन्य घरेलू और वाणिज्यिक उपयोग में लाए जाने वाले गैसों के दामों में भी इस साल 8.5 रुपए प्रति किलो तक की वृद्धि हो चुकी है।