फूड डिलीवरी कंपनी जोमैटो और फिनटेक कंपनी पेटीएम का आईपीओ ज्यादा लाभ कमाने के लिए धूमधाम से पेश किया गया था, लेकिन इनकी लिस्टिंग इश्यू प्राइज से भी कम में की गई थी। वहीं पेटीएम के शेयरों में अभी तक 50 फीसदी से अधिक की गिरावट हो चुकी है। इसके अलावा, Zomato के शेयर 25 जुलाई को 13 प्रतिशत से अधिक गिरकर अपने रिकॉर्ड निचले स्तर पर हैं।
वहीं अब FSN ई-कॉमर्स वेंचर्स (Nykaa) का शेयर पेटीएम और जोमैटो की राह पर है। इसके शेयर लॉन्च और लिस्टिंग के बाद इश्यू प्राइज से नीचे गिर गए हैं। FSN ई-कॉमर्स की पिछले साल नवंबर में लिस्टिंग हुई थी, जिसका इश्यू प्राइस 1,125 रुपये था। मंगलवार को इसके शेयर में करीब तीन फीसदी की गिरावट देखने को मिली है। इसके शेयर 2.96 प्रतिशत के गिरावट के साथ 1110 रुपये पर बंद हुए।
Nykaa के शेयर प्राइज 28 अक्टूबर को पहली बार 1,000 रुपये के स्तर से नीचे फिसल गया। इस गिरावट की वजह प्री-आईपीओ निवेशकों के लिए लॉक-इन अवधि का समाप्त होना बताया जा रहा है, जो 10 नवंबर को समाप्त होने वाले हैं। इसी कारण हाल के हफ्तों में यह स्टॉक भारी बिकवाली के दबाव में रहा है।
शुक्रवार सुबह 9:30 बजे, बीएसई पर स्टॉक 975 रुपये के 52-सप्ताह के निचले स्तर को छूने के लिए 6 प्रतिशत से अधिक गिर गए हैं। चालू कैलेंडर वर्ष में अब तक शेयर अपने प्राइज के आधे से अधिक खो चुका है।
लिस्टिंग के बाद कंपनी का मार्केट कैप एक लाख करोड़ रुपये तक पहुंचा था, लेकिन अब इसका मार्केट कैप सिर्फ 52,826.50 करोड़ रुपये रह गया है।जेएम फाइनेंशियल का मानना है कि लॉक इन समाप्त होने पर नायका के करीब 67 फीसदी या 31.9 करोड़ शेयर कारोबार के लिए खुल सकते हैं।
डिलीवरी, पेटीएम और ज़ोमैटो के बाद Nykaa के शेयर बिकावली की लिस्ट में शामिल हो चुके हैं। पिछले एक साल में स्टॉक लगभग 50 फीसदी गिरा है, पिछले छह महीने में 35 फीसदी और पिछले एक महीने में लगभग 13 फीसदी कम हुआ है।
गौरतलब है कि जोमैटो का आईपीओ 72 से 76 रुपये के प्राइज बैंड पर आया था, लेकिन यह कुछ दिनों के बाद 128 रुपये पर चला गया। हालांकि इसके बाद इसके शेयरों में तेज गिरावट हुई है और अभी तक इसके शेयर 52 फीसदी गिर चुके हैं। वहीं पेटीएम आईपीओ का प्राइज बैंड 2080 से 2150 के बीच रखा गया था, तब से लेकर अभी तक इसके शेयरों में 50 फीसदी से अधिक की गिरावट हो चुकी है।