Jio Institute: नवी मुंबई में रिलायंस फाउंडेशन की ओर से उच्च शिक्षा के लिए जियो इंस्टीट्यूट को शुरू किया गया है। इसके नए एकेडमिक सेशन की शुरुआत 21 जुलाई से हो गई है। जियो इंस्टीट्यूट के पहले सेशन की शुरुआत के लिए उद्घाटन समारोह रखा गया था, जिसमें मुकेश अंबानी की पत्नी नीता अंबानी के साथ फाउंडेशन बैच के बच्चे, माता- पिता, जियो इंस्टीट्यूट के स्टाफ और फैकल्टी के सभी सदस्य शामिल हुए थे।
इस मौके पर बोलते हुए मुकेश अंबानी की पत्नी और रिलायंस फाउंडेशन चेयरपर्सन नीता अंबानी ने कहा, “जियो इंस्टीट्यूट का जन्म भारत में उच्च शिक्षा को फिर से परिभाषित करने और हमारे संस्थापक, मेरे ससुर श्री धीरूभाई अंबानी की विरासत को आगे बढ़ाने के लिए हुआ है।”
सेशन की शुरुआत में छात्रों को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा, “आज एक नई शुरुआत हुई है। यह जियो इंस्टीट्यूट के लिए और प्रत्येक के लिए एक महत्वपूर्ण पल है। किसी संस्थान का प्रत्येक बैच विशेष होता है, क्योंकि वे संस्थान के विकास और सांस्कृतिक ताने-बाने में योगदान करते हैं।”
उन्होंने आगे कहा, “मैंने मुकेश अंबानी के साथ देखा एक सपना जो जियो इंस्टीट्यूट के रूप पूरा हुआ। हम एक ऐसी संस्था का निर्माण करना चाहते हैं जो युवा भारतीयों और दुनिया भर के युवाओं को मानव जाति के लिए एक स्थायी और बेहतर भविष्य के लिए समाधान विकसित करने के लिए सशक्त बनाए। उनका उद्देश्य जियो इंस्टीट्यूट में ऐसा वातावरण बनाने का प्रयास करना है जो नए विचारों के आदान-प्रदान को प्रोत्साहित करे और ऐसे व्यावहारिक प्रयोग विकसित करे जो लोगों को वास्तविक जीवन के समाधान उपलब्ध करवा सकें “
120 छात्रों के साथ हुई शुरुआत: जियो इंस्टीट्यूट की शुरुआत आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस एवं डेटा साइंस और डिजिटल मीडिया एवं मार्केटिंग कम्युनिकेशंस दो पोस्ट ग्रेजुएशन कोर्स के साथ की गई है। पहले बैच में भारत के 19 राज्यों और चार देशों (दक्षिण अफ्रीका, भूटान, नेपाल और घाना) से आने वाले 120 बच्चे शामिल हैं।
नवी मुंबई के उल्वे में स्थित जियो इंस्टीट्यूट 800 एकड़ में बनाया गया है। बताया जा रहा है कि रिलायंस फाउंडेशन ने इसे स्थापित करने में 1,500 करोड़ रुपये खर्च किए हैं।