देश के दिग्गज कारोबारी मुकेश अंबानी के लिए कारोबारी मोर्चे पर अच्छी खबर आई है। ग्लोबल ब्रोकरेज और रिसर्च फर्म यूबीएस ने रिलायंस के शेयरों के लिए अपने न्यूट्रल टैग को बाय की रेटिंग में अपडेट कर दिया है। यूबीएस ने कहा कि रिलायंस प्रमुख तीन क्षेत्रों एनर्जी, कंज्यूमर रिटेल और जियो में अच्छा प्रदर्शन कर रहा है।
यूबीएस के एनालिस्टों का कहना है एनर्जी की डिमांड बढ़ने, डिजिटल प्लेटफॉर्म कै रैंप-अप, नए स्टोर्स के दोबारा खुलने और जियोफोन नेक्स्ट के लॉन्च होने से रिलायंस के विकास की संभावनाएं बढ़ेंगी। ब्रोकरेज फर्म ने रिलायंस के शेयर के लिए 2500 रुपए का टारगेट प्राइस तय किया है। इस महीने रिलायंस इंडस्ट्रीज के शेयर में मामूली गिरावट रही है। 30 जुलाई को कंपनी का शेयर 0.97 फीसदी की गिरावट के साथ 2035.40 रुपए प्रति यूनिट पर बंद हुआ है।
सऊदी अरामको के साथ साझेदारी से तेजी आएगी: यूबीएस ने कहा है कि रिलायंस और सऊदी अरामको के बीच ऑयल-टू-केमिकल्स बिजनेस को लेकर साझेदारी प्रस्तावित है। इस साझेदारी को इस साल पूरा किया जा सकता है। यदि यह सौदा पूरा होता है तो रिलायंस को 10 अरब डॉलर के इन्वेस्टमेंट को पूरा करने में मदद मिलेगी। इससे कारोबार में तेजी आएगी। रिफाइनिंग मार्किन में रिकवरी से भी ऑयल-टू-केमिकल बिजनेस में 2024 तक तेजी आ सकती है।
जियोफोन नेक्स्ट की लॉन्चिंग से बढ़ेगा टेलीकॉम कारोबार: ब्रोकरेज फर्म का मानना है कि जियोफोन नेक्स्ट की लॉन्चिंग और किफायती टैरिफ प्लान से रिलायंस के टेलीकॉम बिजनेस में तेजी आ सकती है। यूबीएस ने रिलायंस जियो का एवरेज रेवेन्यू प्रति यूजर वार्षिक आधार पर 8 से 10 फीसदी बढ़ने की उम्मीद जताई है।
तीन गुना हो सकता है रिलायंस रिटेल का रेवेन्यू: फ्यूचर रिटेल के विलय में देरी को लेकर यूबीएस ने रिलायंस रिटेल की कमाई में कटौती की है। हालांकि, ब्रोकरेज फर्म ने उम्मीद जताई है कि अगले 3 से 5 साल में रिलायंस रिटेल का रेवेन्यू 3 गुना हो सकता है। अच्छी डिमांड की स्थिति में रिलायंस का शेयर 3100 रुपए प्रति यूनिट और खराब स्थिति में 1800 रुपए प्रति यूनिट तक जा सकता है।