मार्केट कैप के लिहाज से देश की दो बड़ी कंपनियां रिलायंस इंडस्ट्रीज और टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज (टीसीएस) के लिए सोमवार का दिन काफी अहम होने वाला है। दरअसल, सोमवार को दोनों कंपनियों के मार्केट कैपिटल पर नजर होगी।
शुक्रवार को शेयर बाजार में कारोबार खत्म होने के बाद टीसीएस का मार्केट कैप रिलायंस इंडस्ट्रीज से करीब 15 हजार करोड़ रुपये कम रह गया है। अगर सोमवार के कारोबार में टीसीएस के शेयर में उछाल आता है तो आईटी कंपनी, मुकेश अंबानी की रिलायंस इंडस्ट्रीज से आगे निकल सकती है। हालांकि, टीसीएस की ये सफलता रिलायंस इंडस्ट्रीज के परफॉर्मेंस पर तय करेगा। अगर रिलायंस इंडस्ट्रीज के शेयर में उछाल आता है तो मुकेश अंबानी की कंपनी के मार्केट कैप में भी तेजी आएगी।
अभी किसका कितना मार्केट कैप : शुक्रवार के कारोबार के बाद बीएसई इंडेक्स पर रिलायंस इंडस्ट्रीज का मार्केट कैपिटल 12 लाख 28 हजार करोड़ रुपये पर था, जबकि टीसीएस का मार्केट कैपिटल 12 लाख 13 हजार करोड़ रुपये के करीब है। आपको बता दें कि शुक्रवार के कारोबार में रिलायंस इंडस्ट्रीज और टीसीएस, दोनों ही कंपनियों के शेयर भाव में गिरावट आई है।
रिलायंस इंडस्ट्रीज का शेयर 1.17 फीसदी लुढ़क कर 1938 रुपये के स्तर पर आ गया है। वहीं, टीसीएस की बात करें तो शेयर में 0.51% की गिरावट आई और यह 3234 रुपये के स्तर पर बंद हुआ है। टीसीएस का मार्केट कैपिटल 12 लाख करोड़ रुपये के स्तर को पार कर लिया है। ये अब तक का उच्चतम स्तर है। टीसीएस को तिमाही नतीजों में मुनाफे का फायदा मिला है।
सेंसेक्स 549 अंक टूटा: शुक्रवार को बीएसई का 30 शेयरों वाला सेंसेक्स 549.49 अंक या 1.11 प्रतिशत के नुकसान से 49,034.67 अंक पर आ गया। इसी तरह नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी 161.90 अंक या 1.11 प्रतिशत के नुकसान से 14,433.70 अंक पर बंद हुआ। सेंसेक्स की कंपनियों में टेक महिंद्रा के शेयर में सबसे अधिक करीब चार प्रतिशत की गिरावट आई। एचसीएल टेक, ओएनजीसी, एशियन पेंट्स, अल्ट्राटेक सीमेंट और एचडीएफसी के शेयर भी नुकसान में रहे। वहीं दूसरी ओर भारती एयरटेल, आईटीसी, बजाज ऑटो और बजाज फाइनेंस के शेयर चढ़ गए।
HCL का लाभ 3,982 करोड़ रुपये: आईटी कंपनी एचसीएल टेक्नोलॉजीज का शुद्ध लाभ दिसंबर तिमाही में 31.1 प्रतिशत की वृद्धि के साथ 3,982 करोड़ रुपये पर पहुंच गया। साल भर पहले की समान तिमाही में उसे 3,037 करोड़ रुपये का शुद्ध लाभ हुआ था। इस दौरान कंपनी का राजस्व साल भर पहले के 18,135 करोड़ रुपये की तुलना में 6.4 प्रतिशत बढ़कर 19,302 करोड़ रुपये पर पहुंच गया।