भारत के दूसरे सबसे अमीर व्यक्ति मुकेश अंबानी की एक और कंपनी बाजार में लिस्ट होने जा रही है। रिलायंस इंडस्ट्रीज ने ऐलान किया है कि वह अपनी फाइनेंस सर्विसेज अंडरटेकिंग को रिलायंस स्टैटजिक इनवेस्टमेंट लिमिटेड (RSIL) को डिमर्ज करेगी और इसे जियो फाइनेंस सर्विसेज लिमिटेड (JFSL) का नाम देगी।
रिलायंस इंडस्ट्रीज ने कहा कि JFSL को शेयर बाजार में लिस्ट भी कराया जाएगा। कंपनी ने कहा कि बोर्ड की मीटिंग के दौरान कहा गया है कि RSIL को डिमर्ज करने के साथ ही शेयरहोल्डरों और क्रेडिटर्स के बीच स्कीम ऑफ अरेंजमेंट करने की भी मंजूरी दी गई है। इसकी शर्तों के तहत RSIL को JFSL में डिमर्ज कर देगी।
आरआईएल का कौन सा निवेश होगा ट्रांसफर
RSIL कंपनी आरआईएल के पूर्ण स्वामित्व वाली कंपनी है और आरबीआई के पास रजिस्टर्ड फाइनेंस बैंकिंग कंपनी है। उसकी फाइनेंशियल सर्विसेज अंडरटेकिंग की एक डिवीजन में Reliance Industrial Investments and Holdings Limited (“RIIHL”) में निवेश किया जाएगा। JFSL डिजिटल बैंकिंग, कंज्यूमर्स, इंश्योरेंस, पेमेंट और कर्ज देने आदि का काम करेगी।
कंपनी ने अपने बयान में यह भी कहा है कि आरआईएल के शेयर होल्डरों को आरआईएल में एक फुली पेड अप इक्विटी शेयर पर JSFL का 10 रुपये फेसवैल्यू वाला एक फुली पेड अप इक्विटी शेयर दिया जाएगा।
इस ऐलान के बाद, सोमवार को एक घंटे की मुहूर्त ट्रेडिंग के दौरान आरआईएल के शेयरों में उतार-चढ़ाव देखने को मिला। ट्रेडिंग सत्र के दौरान शेयर 2,501 रुपये के उच्च स्तर पर पहुंच गए और बीएसई पर 7.75 रुपये या 0.31 फीसदी की बढ़त के साथ 2,479.70 रुपये पर बंद हुए। बता दें कि मार्केट शेयर के मामले में RIL सबसे बड़ी कंपनी है । 24 अक्टूबर तक इसका मार्केट कैप 16.77 लाख करोड़ रुपये से अधिक था।
निवेशकों को क्या करना चाहिए
आईसीआईसीआई डायरेक्ट नोट के अनुसार, अपने हर प्रोडक्ट और सेवा पोर्टफोलियो में आरआईएल की लंबी अवधि की संभावनाएं और प्रमुख स्थिति लंबी अवधि के मूल्य निर्माण के लिए आराम प्रदान करती है। आने वाले समय में आरआईएल का कंज्यूमर बिजनेस ग्रोथ ड्राइवर होगा। हालांकि, Q1FY23 में देखी गई चोटियों की तुलना में रिफाइनिंग उत्पाद दरारों में सुधार देखा गया है। ऐसे में ब्रोकरेज ने रेटिंग बरकरार रखा है।