Mother Dairy on GST Rate cut: GST दरों में हाल ही में की गई कटौती का असर अब साफतौर पर रसोई पर भी दिखेगा। दूध, घी, पनीर और मक्खन जैसे जरूरी डेयरी उत्पादों की कीमतें घटने वाली हैं। मदर डेयरी ने साफ किया है कि टैक्स में कमी का सीधा फायदा ग्राहकों तक पहुंचाया जाएगा, जिससे घरेलू बजट को बड़ी राहत मिलेगी। मदर डेयरी ने आज (4 सितंबर 2025) को कहा कि वह विभिन्न उत्पादों पर माल एवं सेवा कर (जीएसटी) में कटौती का लाभ उपभोक्ताओं तक पहुंचाएगी। मदर डेयरी देश की सबसे बड़ी दूध कंपनियों में से एक है।

पिछल वित्त वर्ष 2024-25 में इसका कारोबार 17,500 करोड़ रुपये रहा था। जीएसटी परिषद के निर्णय पर मदर डेयरी के प्रबंध निदेशक मनीष बंदलिश ने कहा, ‘‘ हम पनीर, ‘चीज़’, घी, मक्खन, अल्ट्रा-हाई टेम्परेचर (यूएचटी) दूध, दूध आधारित पेय पदार्थ और आइसक्रीम सहित दुग्ध उत्पादों की व्यापक श्रृंखला पर जीएसटी दरों को कम करने के केंद्र सरकार के निर्णय की सराहना करते हैं।’’

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इस कदम से उपभोक्ताओं के लिए मूल्यवर्धित दुग्ध उत्पादों की पहुंच में उल्लेखनीय वृद्धि होगी। बंदलिश ने कहा, ‘‘ यह पैकेज्ड श्रेणियों के लिए विशेष रूप से काफी महत्वपूर्ण है, जो भारतीयों के बीच तेजी से लोकप्रिय हो रही है और भविष्य में इनकी मांग में और तेजी आएगी।’’

उन्होंने आश्वासन दिया कि मदर डेयरी यह सुनिश्चित करने के लिए प्रतिबद्ध है कि इस सुधार का लाभ उपभोक्ताओं तक प्रभावी ढंग से पहुंचाया जाए। दुग्ध उत्पादों की एक विस्तृत श्रृंखला के लिए जीएसटी दरों में कटौती से किसानों के लिए बाजार में बड़े अवसर उत्पन्न होंगे। 

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कंपनी के इस फैसले से आम लोगों के घरेलू बजट को बड़ी राहत मिलेगी और त्योहारों के मौसम में खरीदारी भी बढ़ सकती है। विशेषज्ञों का कहना है कि टैक्स दरों में कमी से डेयरी सेक्टर को भी मजबूती मिलेगी और मांग में इजाफा होगा।

जीएसटी क्या है?

गुड्स एंड सर्विसेज टैक्स (Goods and Services Tax) यानी जीएसटी एक अप्रत्यक्ष कर (Indirect Tax) है। इस टैक्स को 1 जुलाई 2017 को पूरे भारत में लागू किया गया था। ‘वस्तु एवं सेवा कर’ को देश के संविधान में 122वें संशोलधन विधेयक के जरिए लाया गया। आपको बता दें कि दुनियाभर के 150 से ज्यादा देशों में ऐसा ही टैक्स सिस्टम लागू है। यहां पढ़ें पूरी खबर

(समाचार एजेंसी भाषा के इनपुट के साथ)