देश में सार्वजनिक क्षेत्र की सबसे बड़ी बीमा कंपनी भारतीय जीवन बीमा निगम (LIC) का आईपीओ मार्च में आने की उम्मीद है। एलआईसी के आईपीओ के लिए निवेशक लंबे समय से इंतजार कर रहे हैं। निवेशकों का यह इंतजार जल्द ही खत्म होने जा रहा है। निवेश एवं लोक संपत्ति प्रबंधन विभाग (DIPAM) के सचिव तुहीन कांता ने हमारी सहयोगी बिजनेस वेबसाइट फाइनेंशियल एक्सप्रेस को बातचीत में बताया है कि गुरुवार या फिर शुक्रवार तक एलआईसी आईपीओ के लिए ड्राफ्ट पेपर भारतीय प्रतिभूति और विनिमय बोर्ड (SEBI) के पास जमा करा सकता है। सेबी की मंजूरी के बाद कंपनी का आईपीओ मार्च में आ सकता है।

आपको बता दें, सरकार की तरफ से एलआईसी के आईपीओ को लेकर तैयारियां पूरी कर ली गई है इसके लिए एंबेडेड वैल्यू 5 लाख करोड़ रुपये तय की गई है।

देश का सबसे बड़ा आईपीओ

एलआईसी का आईपीओ देश का सबसे बड़ा आईपीओ हो सकता है। सरकार की मंशा एलआईसी के आईपीओ के जरिए शेयर बाजार से 78 हजार करोड़ रुपए जुटाने की है। जिसके लिए सरकार एलआईसी का 5 प्रतिशत हिस्सा बाजार में आईपीओ के जरिए बेचेगी। दूसरी तरफ सरकार पुरजोर कोशिश कर रही है कि एलआईसी का आईपीओ शेयर बाजार में आते ही एक बड़ा हिट साबित हो।

पॉलिसीधारकों को 10% आरक्षण

एलआईसी के आईपीओ में कर्मचारियों के साथ-साथ पॉलिसीधारकों के लिए भी एक आरक्षित कोटा रखा गया है। निवेश एवं लोक संपत्ति प्रबंधन विभाग (DIPAM) के सचिव तुहिन कांता ने मीडिया को बताया कि पॉलिसीधारकों 10 प्रतिशत कोटा सरकार की तरफ से आरक्षित किया गया है।

1956 में हुई स्थापना

एलआईसी देश की सबसे बड़ी सरकारी बीमा कंपनी है। इसकी स्थापना 1956 में हुई थी। उस वक्त देश में तकरीबन 245 इंश्योरेंस कंपनियां थीं। जिनको एक साथ मिलाते हुए एलआईसी की स्थापना की गई। 1990 के उदारीकरण से पहले तक देश में एकछत्र इंश्योरेंस कारोबार पर एलआईसी का राज था। उदारीकरण के बाद सरकार ने इंश्योरेंस कारोबार में प्राइवेट कंपनियों को भी कारोबार करने की इजाजत दी । वर्तमान में एलआईसी देश की सबसे भरोसेमंद इंश्योरेंस कंपनियों में से एक है। जिस पर देश के सभी नागरिक भरोसा करते हैं।