सरकारी बीमा कंपनी एलआईसी (LIC) को बड़ा फायदा हुआ है। इनकम टैक्स डिपार्टमेंट ने सालों से अटके एलआईसी के रिफंड को क्लियर कर दिया है। इससे एलआईसी को करीब 25 हजार करोड़ रुपये का फायदा हुआ है। एलआईसी को अभी तक 21,740.77 करोड़ रुपये का रिफंड जारी किया गया है। इसके अलावा एलआईसी को आने वाले समय में करीब 3700 करोड़ रुपये और मिलेंगे।

बीते 7 सालों का रिफंड क्लियर

रिफंड असेसमेंट ईयर 2012-13, 2013-14, 2014-15, 2016-17, 2017-18, 2018-19 और 2019-20 के लिए है। रिफंड की कुल राशि 25,464.46 करोड़ रुपये थी। हालांकि आयकर विभाग ने फरवरी में 21,740.77 करोड़ रुपये जारी किए हैं। इस बीच आयकर विभाग से बची राशि हासिल करने के लिए LIC प्रयास कर रहा है। अभी इनकम टैक्स की ओर से LIC को 3,723.69 करोड़ रुपये और रिफंड के रूप में मिलेंगे।

एलआईसी का आईपीओ मई 2022 में आया था। तब आईपीओ का प्राइस बैंड 902 रुपये से 949 रुपये था। हालांकि उस दौरान शेयरों की लिस्टिंग डिस्काउंट पर हुई थी। बीते कुछ महीनों में एलआईसी के शेयरों में तेजी आई है और निवेशकों को फायदा हुआ है। शुक्रवार को एलआईसी का शेयर 1.53 फीसदी गिरकर 1,039.90 रुपये पर बंद हुआ। बीते एक महीने के हिसाब से शेयर 17 फीसदी से ज्यादा बढ़ें हैं।

डायरेक्ट टैक्स कलेक्शन भी बढ़ा

केंद्रीय प्रत्यक्ष कर बोर्ड द्वारा जारी आंकड़ों के मुताबिक नेट डायरेक्ट टैक्स कलेक्शन में 20.25% की वृद्धि हुई है और यह अब 15.60 लाख करोड़ रुपये हो गया है। यह पिछले वित्तीय वर्ष की तुलना में अधिक है।

एलआईसी का मार्केट कैप गिरा

शेयर बाजार में वृद्धि के बावजूद भारत में छह सबसे अधिक मार्केट कैप वाली कंपनियों में बड़ी गिरावट आई। इन छह कंपनियों की संपत्ति में ₹71,414 करोड़ से अधिक की गिरावट आई। इसमें एलआईसी और टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज (TCS) भी हैं। 10 सबसे अधिक मार्केट कैप वाली कंपनियों में से (एलआईसी), टीसीएस, आईटीसी, हिंदुस्तान यूनिलीवर, भारती एयरटेल और रिलायंस इंडस्ट्रीज को कुल 71,414.03 करोड़ की संपत्ति में गिरावट का सामना करना पड़ा। एलआईसी का मार्केट कैप शुक्रवार को ₹26,217.12 करोड़ गिरकर ₹6,57,420.26 करोड़ हो गया, क्योंकि शेयरों में 1.5 प्रतिशत से अधिक की गिरावट आई।