दिग्गज कारोबारी और विलियमसन मैगर ग्रुप के संरक्षक बृजमोहन खेतान का 92 वर्ष की आयु में कोलकाता में उनके आवास पर निधन हो गया। खेतान बुढ़ापे की बीमारी से जूझ रहे थे। इस साल अप्रैल महीने में अपने बुढ़ापे का हवाला देते हुए समूह की प्रमुख कंपनियों, एवरेडी इंडस्ट्रीज और मैकलियोड रसेल के अध्यक्ष पद से इस्तीफा दे दिया था। इसके बाद उन्हें एमेरिटस के तौर पर नामित किया गया था। खेतान ने बैटरी से लेकर चाय के बिजनेस तक में कामयाबी का डंका बजाया। अपनी कंपनी को कामयाबी की बुलंदियों तक पहुंचाया।

खेतान के निधन की बात सुन उद्योगजगत से लेकर राजनीतिक गलियारों में भी शोक की लहर छा गई है। पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने निधन पर शोक जताते हुए कहा, “प्रसिद्ध उद्योगपति बीएम खेतान की निधन की खबर सुन काफी दुख हुआ। वे बंगाल के व्यापारिक समुदाय के सम्मानित व्यक्ति थे। इस दुख की घड़ी में मैं उनके परिजनों, सहयोगियों और दोस्तों के प्रति संवेदना व्यक्त करती हूं।” इंडियन चैम्बर ऑफ कॉमर्स ने भी उनकी मौत पर दुख जताते हुए लिखा, “काफी दुख के साथ हमें यह कहना पड़ रहा है कि प्रख्यात उद्योगपति श्री बृजमोहन खेतान अब इस दुनिया में नहीं रहे। उनकी आत्मा को शांति मिले।”

बृजमोहन खेतान, जिन्हें बीएमके, बी.कॉम के नाम से भी जाना जाता है, 25 अप्रैल, 2019 से विलियमसन मैगर एंड कंपनी लिमिटेड के चेयरमैन एमेरिटस के रूप में नामित किए गए। 25 अप्रैल 2019 तक खेतान ने विलियमसन मैगर एंड कंपनी लिमिटेड के गैर-कार्यकारी अध्यक्ष के रूप में काम किया था। उन्होंने द बिशुनथ टी कंपनी लिमिटेड के प्रबंध निदेशक के रूप में भी कार्य किया था। साथ ही वे 1973 से इंडियन चैम्बर्स ऑफ कॉमर्स के अध्यक्ष भी रहे।

इंजीनियरिंग, चाय और बैटरी के व्यवसाय में खेतान ने कामयाबी का डंका बजाया। करीब चार दशक तक वे चाय के व्यापार से जुड़े रहे। वे 27 मार्च 2019 तक मैकलियोड रसेल इंडिया लिमिटेड के गैर-कार्यकारी अध्यक्ष बने रहे और उसके बाद उन्हें चेयरमैन एमेरिटस के रूप में नामित किया गया था। 25 अप्रैल 2019 तक वे एवरेडी इंडस्ट्रीज इंडिया लि. के गैर-कार्यकारी अध्यक्ष रहे और इसके बाद इस कंपनी ने भी उन्हें चेयरमैन एमेरिटस के रूप में नामित किया। इसके साथ ही वे कई अन्य पदों पर भी कार्यरत रहे।