जाने-माने उद्योगपति और अडानी समूह (Adani Group) के चेयरमैन गौतम अडानी भारतीय रेल (Indian Railways) में अपना दखल बढ़ाना चाहते हैं। ऐसा इसलिए कहा जा सकता है, क्योंकि उनके ग्रुप ने तीन साल में दो हजार किलोमीटर रेल ट्रैक में हिस्सेदार लेने का लक्ष्य रखा है।

रविवार (30 जनवरी, 2022) को उनके समूह के तहत आने वाले कंपनी अडानी पोर्ट्स एंड स्पेशल इकनॉमिक जोन (Adani Ports and Special Economic Zone : APSEZ) ने बताया कि सरगुजा रेल कॉरिडोर प्राइवेट लिमिटेड (Sarguja Rail Corridor Pvt Ltd : SRCPL) के अधिग्रहण की उसके प्लान को राष्ट्रीय कंपनी विधि न्यायाधिकरण (National Company Law Tribunal : NCLT) ने मंजूरी दे दी है।

एपीएसईजेड के बयान में यह भी कहा गया कि यह एक अप्रैल, 2021 की प्रभावी तारीख से लागू मानी जाएगी। इस अधिग्रहण के बाद अब वह सभी रेल परिसंपत्तियों का संचालन अडाणी ट्रैक्स मैनेजमेंट सर्विसेज प्राइवेट लिमिटेड (Adani Tracks Management Services Pvt Ltd.) के नाम से करेगी।

अडानी समूह की कंपनी के मुताबिक, ‘‘इस एकीकरण से एपीएसईजेड को भारतीय रेल की पब्लिक-प्राइवेट पार्टनरशिप (PPP : Public-Private Partnership) प्रोजेक्ट्स में शामिल होने का मौका मिल पाएगा। साथ ही अडानी पोर्टफोलियो में शामिल बराबर के कारोबारों से मुकाबले के हालात भी नहीं पनपेंगे।’’ कंपनी साल 2025 तक 2,000 किलोमीटर रेल (ट्रैक) का नेटवर्क बनाने का टारगेट लेकर चल रही है।

बयान में आगे यह भी बताया गया कि एक बार सम्मिलित होने पर, एसआरसीपीएल एपीएसईजेड के कुल ब्याज, टैक्स, मूल्यह्रास और परिशोधन से पहले की कमाई (Ebitda : Earnings before interest, tax, depreciation and amortisation) का 450 करोड़ रुपए या पांच फीसदी जोड़ देगा।

एपीएसईजेड के सीईओ और होलटाइम डायरेक्टर करण अडाणी इस बाबत बोले- राष्ट्रीय रेल योजना, 2020 (National Rail Plan 2020) के मुताबिक भारतीय रेल (Indian Railways) अगले 10 साल में नई रेल पटरियां बिछाने पर करीब तीन लाख करोड़ रुपए का निवेश करेगी। इस लिहाज से यह अधिग्रहण एपीएसईजेड के लिए बड़ी बिजनेस वैल्यू लेकर आएगा।

बताया गया कि इस अधिग्रहण से जुड़े पक्ष का लेन-देन (Related-party Transaction) होने से एपीएसईजेड ने अल्पांश (माइनॉरिटी) शेयरधारकों और ऋणदाताओं की अनुमति के लिए पूरी तरह पारदर्शी रवैया अपनाया। एपीएसईजेड पोर्टफोलियो में फिलहाल 620 किलोमीटर ‘रेल’ शामिल हैं और उसने अडानी ग्रुप की ही एक और कंपनी से सरगुजा रेल का 70 किमी खंड लेने का प्रपोजल रखा था।

अडानी समूह रेल नेटवर्क का विस्तार कुछ इस कदर रही है। उनकी कंपनी के तहत आने वाली परिसंपत्तियों का ब्यौरा नीचे है:

BDRCL – 63Km
Dharma – 69Km
Sarguja – 80Km
Mundra – 74Km
Krishnapatnam Rail Co – 113
Kutch Rail – 391
कुल – 690Km