चालू वित्त वर्ष की दूसरी तिमाही में भारत की अर्थव्यवस्था का आकार बढ़कर 35.73 लाख करोड़ रुपये हो गया है। वहीं जीडीपी भी बढ़कर 8.4 फीसदी हो गई है। इन आंकड़ों को देखकर यही लगता है कि कोरोना संकट के दौरान अर्थव्यवस्था पर छाए संकट के बादल अब छट रहे हैं। बता दें कि अर्थव्यवस्था का मौजूदा आकार प्री-कोविड से ज्यादा हो गया है। अप्रैल से जून 2019, तिमाही में देश की अर्थव्यवस्था 35.66 लाख करोड़ की थी।

किस सेक्टर में ज्यादा ग्रोथ
आंकड़ों पर नजर डालें तो सबसे ज्यादा ग्रोथ माइनिंग सेक्टर में हुई है। इस सेक्टर में विकास दर 15.4 प्रतिशत पर पहुंच गई है। इसका प्रभाव जीडीपी पर भी दिखायी दे रहा है। मैन्युफैक्चरिंग में 5.5 फीसदी और ऐग्रीकल्चर सेक्टर में 4.5 प्रतिशत की वृद्धइ देखी गई।

यह है ‘असली’ खुशखबरी
वापस लौटती अर्थव्यस्था में खास बात यह है कि जिस सेक्टर में कोरोना काल में सबसे ज्यादा गिरावट दर्ज की गई थी। वह सबसे तेजी से सुधर भी रही है। कोविड पीरियड में कंस्ट्रक्शन सेक्टर में काम रुक गया था जिस वजह से 50 फीसदी की गिरावट दर्ज की गई थी। अब इसमें तेजी से सुधार देखा जा रहा है।

बसे तेजी से बढ़ रही है भारत की विकास दर
वर्तमान में भारत की विकास दर सबसे तेजी से आगे बढ़ रही है। अमेरिका और चीन भी भारत से इस मामले में पीछे हैं। इन दोनों देशों की विकास दर निश्चित समय में 4.9 फीसदी रही है। वहीं भारत के बाद दूसरा नंबर तुर्की का है जिसकी विकास दर 6.4 फीसदी दर्ज की गई है।