Income Tax Rates Over 10 Years: वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने बजट 2024 में नए टैक्स रिजीम (New Tax Regime) के तहत इनकम टैक्स स्लैब (Income Tax Slabs) में बदलाव किया था। यह बदलाव लोकसभा चुनाव के बाद जुलाई 2024 में पेश हुए पूर्ण बजट में किया गया था। इससे पहले फरवरी 2024 में आए अंतरिम बजट में सरकार ने कोई ऐलान इनकम टैक्स से जुड़ा नहीं किया था।

नए टैक्स रिजीम में सरकार ने सभी टैक्स स्लैब में बदलाव नहीं किया था। बजट में सिर्फ दो टैक्स स्लैम को बदला गया। और इन दोनों इनकम टैक्स स्लैब की अपर लिमिट बढ़कर 1 लाख रुपये कर दी गई। अब एक बार फिर बजट 2025 की तैयारियां की जा रही हैं और 1 फरवरी 2025 को वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण (FM Nirmala Sitharaman) यूनियन बजट (Union Budget) पेश करेंगी। बजट में टैक्सपेयर्स को वित्त मंत्री से बड़ी उम्मीदें है और नए रिजीम के तहत टैक्स छूट सीमा 10 लाख रुपये तक होने की उम्मीद है। आज हम आपको बता रहे हैं पिछले 10 सालों में इनकम टैक्स स्लैब रेट क्या रहा है?

LIVE Updates: नए रिजीम में टैक्स छूट 10 लाख तक करने की मांग, बजट से जनता को बड़ी उम्मीदें

साल 2020-21 के बजट में हुए थे बड़े बदलाव

टैक्स स्लैब में बड़े बदलाव साल कोविड-19 के समय हुए थे। साल 2020-21 में वित्त मंत्री निर्माला सीतारमण ने टैक्स स्लैब में बड़े बदलाव किए थे। वित्त मंत्री ने घोषणा की थी कि साल में 2.5 लाख रुपये कमाने वालों को कोई टैक्स नहीं देना होगा।

Budget 2025 Date: वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण कब पेश करेंगी यूनियन बजट, जानें समय व तारीख से जुड़ी हर डिटेल

2.5 लाख रु से 5 लाख रु तक की कमाई पर 5%
5 लाख रु से 7.5 लाख रु तक की कमाई पर 10%
7.5 लाख रु से 10 लाख रु तक की कमाई पर 15%
10 लाख रु से 12.5 लाख रु तक की कमाई पर 20%
12.5 लाख रु से 15 लाख रु तक की कमाई पर 25%
15 लाख रु और उससे अधिक की कमाई पर 30%

मोदी सरकार का पहला बजट (साल 2014-15)

मोदी सरकार ने अपने पहले ही बजट में वित्त विधेयक-2015 पेश किया था। उस विधेयक के पारित होने के बाद वेल्थ टैक्स खत्म हो गया था। हालांकि तत्कालीन वित्त मंत्री अरुण जेटली सालाना 1 करोड़ रुपये से अधिक कमाने वालों पर 2 फीसद का सरचार्ज लगा दिया था।

अरुण जेटली ने कम किया टैक्स (साल 2017-18)

बजट सत्र 2017-18 में तत्कालीन वित्त मंत्री अरुण जेटली ने 2.5 लाख से 5 लाख रुपये तक कमाने वालों पर टैक्स कम कर दिया था। पहले सालाना 2.5 लाख से 5 लाख रुपये कमाने वालों को 10 फीसदी टैक्स देना होता था। अरुण जेटली ने इसे 5 प्रतिशत कर दिया। अरुण जेटली ने सालाना 3 लाख रुपये कमाने वालों पर इनकम टैक्स का बोझ शून्य कर दिया था।

पिछले 10 साल के इनकम टैक्स स्लैब रेट्स: Income Tax Rates For The Past 10 Years

Income Tax Rates for 2015-16 to 2017-18

tax slab rates 2015

Income Tax Rates for 2018-19 to 2020-21

tax slab 2018

Income Tax Rates for 2020-21: Old Tax Regime

tax slab 2021

Income Tax Rates for 2022-23: Old Tax Regime

tax slab 2022

Income Tax Rates for 2023-24: Old Tax Regime

tax slab 2024

Income Tax Rates for 2023-23: Default Tax Regime

tax slab 2024