देश के सबसे रईस शख्स मुकेश अंबानी और उनकी पत्नी नीता अंबानी की लव स्टोरी को लेकर असर चर्चाएं होती रहती हैं। खुद मुकेश और नीता अंबानी ने एक इंटरव्यू में बताया था कि मुंबई के व्यस्त पेड्डर रोड पर अचानक कार रोककर मुकेश अंबानी ने शादी का प्रपोजल दिया था। वरिष्ठ पत्रकार करण थापर को दिए इंटरव्यू में मुकेश अंबानी ने यह जानकारी दी थी। इसके साथ ही उन्होंने यह भी बताया कि यदि नीता अंबानी उनके शादी के प्रस्ताव को ठुकरा देतीं तो वह क्या करते। करण थापर के इस सवाल पर मुकेश अंबानी ने कहा था, ‘यह बात मुझसे नीता अंबानी ने भी पूछी थी कि यदि मैं शादी से इनकार कर देती तो आप क्या करते। मेरा जवाब यह है कि यदि ऐसा होता तो मैं नीता को उनके घर तक ड्रॉप करता और आगे भी हम दोस्त की तरह बने रहते।’

हालांकि करण थापर के यह कहने पर कि इससे आप टूटे हुए दिल के साथ घर लौटते मुकेश अंबानी ने कहा कि निश्चित तौर पर यह स्थिति होती। यह पूछे जाने पर कि आखिर अंबानी परिवार की बहू बनने के बाद जिंदगी में क्या बदला, नीता अंबानी ने कहा क भले ही यह सरप्राइजिंग लगे, लेकिन कुछ भी नहीं बदला। उन्होंने कहा कि दरअसल मैं जिस परिवार से आती हूं, उसके और अंबानी फैमिली का कल्चर और वैल्यूज एक-दूसरे से काफी मिलते-जुलते हैं। नीता अंबानी ने कहा कि मैं इस परिवार में बहू नहीं बल्कि बेटी की तरह आई थी।

बता दें कि नीता अंबानी की अपने ससुर धीरूभाई अंबानी के साथ भी अच्छी बॉन्डिंग थी। इस इंटरव्यू में ही नीता अंबानी ने बताया था कि वह अकसर सुबह मुझसे शेयर मार्केट, राजनीति, रिलायंस इंडस्ट्रीज से लेकर तमाम मसलों पर सवाल पूछते थे। दरअसल नीता अंबानी को एक कल्चरल इवेंट में धीरूभाई अंबानी और उनकी पत्नी कोकिलाबेन अंबानी ने डांस करते हुए देखा था और उनसे काफी प्रभावित हुए थे। कहा जाता है कि इसी दौरान धीरूभाई अंबानी ने उन्हें परिवार की बहू बनाने का फैसला लिया था और अगले दिन उनके घर पर फोन कर मुलाकात के लिए बुलाया था।

गौरतलब है कि नीता अंबानी और मुकेश अंबानी अपनी शानदार बॉन्डिंग के लिए जाने जाते हैं। यहां तक कि शादी के बाद भी जब नीता अंबानी ने टीचर के तौर पर नौकरी करने का फैसला लिया तो मुकेश अंबानी ने इसके लिए प्रोत्साहित किया था। यही नहीं अब रिलायंस इंडस्ट्रीज में भी नीता अंबानी काफी सक्रिय है। रिलायंस के स्पोर्ट्स वेंचर का काम संभालने के अलावा वह रिलायंस फाउंडेशन की संस्थापक हैं और ग्रुप के कॉरपोरेट सोशल रेस्पॉन्सिबिलिटी से जुड़े कामों को संभालती हैं।