फूड डिलिवरी कंपनी जोमैटो के इनिशियल पब्लिक ऑफरिंग यानी आईपीओ को निवेशकों से बेहतर रेस्पॉन्स मिला है। कंपनी के आईपीओ को करीब 38 गुना सब्सक्रिप्शन मिला है। आईपीओ की सफलता पर RPG एंटरप्राइजेज के चेयरमैन हर्ष गोयनका ने तंज कसा है।

गोयनका ने ट्वीट कर कहा है कि वह जोमैटो और इसकी प्रतिद्वंदी कंपनी स्विगी जैसे नया ऐप शुरू करना चाहते हैं। वह खाने पर 40% का डिस्काउंट देंगे और उन्हें सिर्फ 3,000 करोड़ रुपए का घाटा होगा। हर्ष ने आगे कहा कि अगर आपको घाटा कम लग रहा है तो मैं 60% डिस्काउंट दूंगा। इसके बाद मैं इस ऐप को शेयर बाजार में लिस्ट करके 1 लाख करोड़ रुपए जुटाउंगा।

पक्ष-विपक्ष में आए ट्वीटर यूजर: हर्ष गोयनका के बयान ट्वीटर यूजर्स में घमासान मच गया है। कई यूजर गोयनका के बयान का समर्थन कर रहे हैं तो कुछ ने जोमैटो का समर्थन किया है। @ashramachandran नाम के यूजर गोयनका का समर्थन करते हुए कहते हैं,”सर, मैंने बिलकुल यही बात अपने दोस्तों से कही थी। ये सभी कंपनियां जो करती हैं उसका पूरा सम्मान करें। यह अपराध नहीं है। लेकिन हैरान करने वाला है। लोग एक ऐसी चीज में निवेश कर रहे हैं जो वास्तविक नहीं है। जोमैटो के समर्थन में एक यूजर कहते हैं कि आप यह काम करिए और जितना संभव हो उतना निवेश जुटाइए। इसके बाद देखिए कि आपको जोमैटो की बराबरी करने में कितने साल का समय लगता है।

मार्च 2020 के बाद जोमैटो का सबसे बड़ा आईपीओ: जोमैटो के आईपीओ में बोली लगाने का समय शुक्रवार को खत्म हो चुका है। स्टॉक एक्सचेंज के डाटा के मुताबिक, जोमैटो को 71.92 करोड़ शेयरों के मुकाबले 2,751.25 करोड़ शेयरों की बोली मिली है। यह मार्च 2020 के बाद का सबसे बड़ा आईपीओ है। इंस्टीट्यूशनल इन्वेस्टर्स ने आरक्षित शेयरों के मुकाबले कई गुना शेयरों के लिए बोली जमा की है।

72-76 रुपए प्रति शेयर पर मंगाई थी बोली: जोमैटो का आईपीओ 14 जुलाई को खुला था। कंपनी ने 72-76 रुपए प्रति शेयर के प्राइस बैंड में बोलियां मंगाई थीं। जोमैटो ने इश्यू खुलने से पहले 186 एंकर निवेशकों से 4,196.51 करोड़ रुपए जुटाए थे। पहले कंपनी की योजना आईपीओ के जरिए 9375 करोड़ रुपए जुटाने की थी। बाद में इसका साइज घटाकर 5,178.49 करोड़ रुपए कर दिया था।

आईपीओ लाने वाला पहला यूनिकॉर्न स्टार्टअप है जोमैटो: जोमेटो देश का पहला यूनिकॉर्न स्टार्टअप है जो आईपीओ लेकर आ रहा है। जोमैटो में चीन के अरबपति जैक मा के एंट ग्रुप का भी निवेश है। इस स्टार्टअप की स्थापना 2008 में हुई थी। इस समय जोमैटो देश के 525 शहरों में उपलब्ध है और 3,89,932 रेस्टोरेंट इससे जुड़े हैं। भारत के बाहर 23 देशों में जोमैटो की सेवाएं उपलब्ध हैं।