वित्त मंत्रालय द्वारा फरवरी महीने के जीएसटी कलेक्शन के आंकड़े जारी कर दिए गए हैं। यह पहला मौका जब लगातार पांचवी बार जीएसटी कलेक्शन  1.3 लाख करोड़ रुपए के पार पहुंचा। पिछले साल फरवरी के मुकाबले जीएसटी कलेक्शन  में 18 फीसदी का इजाफा देखने को मिला जबकि फरवरी 2020 के आंकड़ो के मुकाबले जीएसटी कलेक्शन  में 26 फीसदी का इजाफा हुआ है। 

वित्त मंत्रालय ने बयान में कहा कि “यह पहला मौका जब जीएसटी कलेक्शन लगातार पांचवी बार  1.3 लाख करोड़ रुपए के पार पहुंचा है। इसके अतिरिक्त जीएसटी लागू होने से बाद से  पहली बार  जीएसटी सेस कलेक्नेशन से 10 हजार करोड़ रुपए के आंकडे को छुआ है।” 

GST कलेक्शन बढ़ने का कारण: वित्त मंत्रालय ने कहा फरवरी में जीएसटी कलेक्शन बढ़ने की सबसे बड़ी वजह अर्थव्यवस्था के प्रमुख क्षेत्रों विशेषकर गाडियों की बिक्री में इजाफा होना रहा।  फरवरी 2022 के दौरान उच्च वृद्धि को आंशिक लॉकडाउन, सप्ताहांत और रात के कर्फ्यू, और विभिन्न राज्यों द्वारा ओमाइक्रोन लहर के कारण लगाए गए विभिन्न प्रतिबंधों के संदर्भ में भी देखा जाना चाहिए, जो 20 जनवरी के आसपास चरम पर था।

जीएसटी कलेक्शन में राज्यवार 2 फीसदी से लेकर 23 फीसदी की वृद्धि देखने को मिली है। प्रमुख राज्यों में तमिलनाडु में 5 फीसदी,महाराष्ट्र में 23 फीसदी, गुजरात में 8 फीसदी और कर्नाटक में 21 फीसदी की बढ़त हुई है। 

कुल 1,33,026 करोड़ में 24,435 करोड़ रुपए  सेंट्रलजीएसटी, 30,779 करोड़ रुपए स्टेटजीएसटी और 67,471 करोड़ रुपए आईजीएसटी (सामान और सेवाओं के एक राज्य से दूसरे राज्य में ले जाने पर लगने वाली जीएसटी)  के रुप में प्राप्त हुए है।

सरकार ने 67,471 करोड़ रुपए के आईजीएसटी में से 26,347 करोड़ सेंट्रलजीएसटी को और 21,909 करोड़ रुपए को स्टेटजीएसटी  में ट्रांसफर किया है। आईजीएसटी से मिले रुपए के एडजस्टमेंट के बाद फरवरी 2022 में केंद्र सरकार का कुल सेंट्रलजीएसटी कलेक्शन 50,782 करोड़ रुपए और राज्य सरकारों का स्टेट जीएसटी कलेक्शन 52,688 करोड़ रुपए हुआ है।