अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल की कीमतों में हुई खासी कमी का पूरा लाभ उपभोक्ताओं को नहीं देने के विपक्ष के आरोप के बीच सरकार ने बुधवार को इस बात को माना कि उसने सिर्फ 50 फीसद लाभ ही उपभोक्ताओं को दिया और बाकी पैसे का इस्तेमाल सामाजिक व आधारभूत ढांचा जैसे क्षेत्रों में निवेश के लिए किया गया। विपक्ष की आलोचना के बीच पेट्रोलियम और प्राकृतिक गैस मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने कहा कि अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल की कीमतों में हुई कमी का 50 फीसद लाभ उपभोक्ताओं को दिया और बाकी 50 फीसद सरकारी खजाने में रखा गया जिसका निवेश कृषि, स्वास्थ्य और आधारभूत ढांचा जैसे क्षेत्रों में किया गया।

प्रधान ने राज्यसभा में प्रश्नकाल के दौरान विभिन्न पूरक सवालों के जवाब में कहा कि हमने कुछ भी नहीं छिपाया है। संतुलित राजकोषीय नीति के तहत हमने उधर से बचाई गई राशि को कृषि, स्वास्थ्य सहित विभिन्न क्षेत्रों में निवेश किया। उन्होंने कहा कि वित्त मंत्री अरुण जेटली ने अपने बजट भाषण में भी कहा कि अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल की कीमतों में कमी आने से भारतीय अर्थव्यवस्था को मदद मिली।

प्रधान पर विपक्ष के कई सदस्यों ने हमला बोला और आरोप लगाया कि कच्चे तेल की कीमतों में कमी आने से हुआ लाभ का पूरा हिस्सा उपभोक्ताओं को नहीं दिया जा रहा है। माकपा के सीताराम येचुरी, कांग्रेस के दिग्विजय सिंह आदि सदस्यों ने सरकार पर इस संबंध में विशेष रूप से निशाना साधा। उन्होंने आरोप लगाया कि सरकार ने बार बार उत्पाद शुल्क में वृद्धि की।