गूगल की पैरेंट कपनी अल्फाबेट ने इतिहास रच दिया है। कंपनी का मार्केट कैप 15 सितंबर को पहली बार 3 ट्रिलियन डॉलर के पार पहुंच गया। जिसके बाद अल्फाबेट उन चुनिंदा कंपनियों की लिस्ट में शामिल हो गई है। जिनका मार्केट कैप 3 ट्रिलियन डॉलर से अधिक है। इस लिस्ट में पहले से ही पहले से एपल, माइक्रोसॉफ्ट, एवीडिया और शामिल हैं। अब इसमें अल्फाबेट का भी नाम जुड़ गया है।

किस वजह से आई कंपनी के शेयर में तेजी

इस तेजी के पीछे कई बड़े कारण हैं। इसमें से एक वजह अमेरिकी अदालत का वह एंटीट्रस्ट फैसला, जिसमें गूगल को अपना क्रोम ब्राउजर और Android ऑपरेटिंग सिस्टम बेचने या अलग करने से छूट मिली। इससे निवेशकों की चिंता खत्म हो गई। जिसके बाद शेयरों में तेजी देखने को मिली।

सोमवार को Alphabet का शेयर लगभग 3.45 फीसदी से 4.7 फीसदी तक उछला। इस साल अब तक कंपनी के शेयर में करीब 30 फीसदी की तेजी देखने को मिली।

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काफी फैला है कंपनी का कारोबार

कंपनी केवल सर्च और एडवरटाइजिंग तक सीमित नहीं है। कंपनी का Gemini AI मॉडल और यूट्यूब जैसे प्लेटफॉर्म लगातार बेहतर कमाई कर रहे हैं। कंपनी का मौजूदा प्राइस-टू-अर्निंग (P/E) रेशियो 23 के करीब है।

दो दशक पहले आया था कंपनी का आईपीओ

गूगल का IPO करीब दो दशक पहले आया था और एक दशक पहले यानी 10 साल पहले इसे अल्फाबेट नाम मिला था। आज कंपनी 3 ट्रिलियन डॉलर क्लब में पहुंचकर यह साबित कर रही है कि डिजिटल सर्विस और AI के जमाने में उसकी पकड़ सबसे मजबूत है। इस कंपनी के सीईओ भारतवंशी सुंदर पिचाई है।

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सुंदर पिचाई का नेतृत्व

कंपनी के को-फाउंडर लैरी पेज ने साल 2019 में कंपनी की कमान सुंदर पिचाई को सौंपी। Alphabet ने इसके बाद AI के सेक्टर में तेजी से काम किया है। Alphabet का प्रमुख AI प्लेटफॉर्म Gemini कंपनी को AI में प्रतिस्पर्धी बनाने की रणनीति का केंद्र बना हुआ है।