पहले ही 50,000 रुपये के पार हो चुकी सोने की कीमत आने वाले समय में 65,000 रुपये के पार जा सकती है। बुलियन मार्केट के जानकारों के मुताबिक आने वाले 18 महीनों में सोने की कीमत 65,000 रुपये प्रति 10 ग्राम के लेवल तक पहुंच सकती है। बुधवार को मुंबई के बुलियन मार्केट में 741 रुपये की बढ़त के साथ सोने की कीमत प्रति तोला 50,181 रुपये तक पहुंच गई थी। 10 ग्राम सोने की कीमत 18, 22 और 24 कैरेट के अनुसार क्रमश: 37,636 रुपये, 45,966 रुपये और Rs 50,181 रुपये तक पहुंच गई है। इसके अलावा इस पर 3 पर्सेंट का जीएसटी भी लग रहा है।
जानकारों के मुताबिक कोरोना संकट के चलते दुनिया भर में निवेश का माहौल कमजोर हुआ है। ऐसे में सोने को सुरक्षित इन्वेस्टमेंट मानते हुए लोग खरीददारी कर रहे हैं। इसकी वजह से पीली धातु की चमक बढ़ी है। अमेरिका और चीन के बीच संबंधों के लगातार निचले स्तर पर पहुंचने और ट्रेड वॉर के गहराने की वजह से आने वाले दिनों में सोने में निवेश और बढ़ सकता है। साफ है कि निवेश बढ़ने से कीमतों में भी इजाफा देखने को मिलेगा।
बता दें कि अमेरिका ने चीन को ह्यूस्टन स्थित कॉन्सुलेट को तीन अंदर के अंदर खाली करने को कहा है। अमेरिका ने इंटलेक्चुअल प्रॉपर्टी और सूचनाओं के संरक्षण के लिए इस कदम को जरूरी बताया है। दरअसल अमेरिका से लेकर जापान तक दिग्गज अर्थव्यवस्थाओं में गिरावट के चलते सोने की मांग में इजाफा हुआ है।
जापान में लगातार 15वें महीने अर्थव्यवस्था में कमजोरी देखने को मिली है। इससे यह स्पष्ट हुआ है कि कोरोना संकट से अभी राहत के संकेत नहीं मिले हैं। बुलियन मार्केट के एक एक्सपर्ट ने कहा कि जिस तरह से बीते 4 महीनों में सोने की कीमतें बढ़ी हैं। उससे अगले 18 से 24 महीने यानी दो साल तक के वक्त में सोने की कीमतों के 65,000 रुपये के लेवल पर पहुंचने की उम्मीद है। आने वाले कुछ महीनों में निवेशक सोने की खरीद बढ़ाकर अपनी रकम को सेफ रखना चाहेंगे। इससे कीमतों में लगातार बढ़ोतरी हो सकती है।