स्टेट बैंक ऑफ इंडिया (एसबीआई) के हाल ही जारी की गई इकोरैप रिपोर्ट के अनुसार वर्ष 2017 के बाद से भारत में आय असमानता में लगातार गिरावट आई है। एसबीआई इकोरैप (SBI Ecowrap) में कहा गया है कि भारत में कोरोना वायरस महामारी के दौरान भी अच्छा प्रदर्शन किया जब लोगों की इनकम तेजी से नीचे जा रही थी।
रिपोर्ट में कहा गया है कि देश में लगभग सभी राज्यों की जीएसडीपी (Gross State Domestic Product) में वृद्धि हो रही है। अगर Gini coefficient से राज्यवार पर प्रति व्यक्ति की आय का अनुमान लगाया जाए तो 2017 के बाद से उसमें इजाफा देखने को मिल रहा है। भारत में कोरोना के दौर में भी अच्छा प्रदर्शन किया, जब देश में सभी लोगों की आय में गिरावट आ रही थी।
इसमें आगे कहा गया है कि राज्यों की औसत आय 2001-02 में 18,118 रुपये से 2011-12 में 68,845 रुपये और 2021-22 में 1,74,024 रुपये तक पहुंच गई, जबकि राज्यों में असमानता में काफी कमी आई है। रिपोर्ट के अनुसार, राज्यों की प्रति व्यक्ति आय में coefficient of variation 2011-12 में 76 प्रतिशत से घटकर 2021-22 में 67 प्रतिशत हो गया।
एसबीआई रिपोर्ट में बताया गया है कि भारत में प्रति व्यक्ति आय में सिक्किम और गोवा नंबर वन पर है। दोनों राज्यों की औसत प्रति व्यक्ति आय देश के सभी राज्यों की औसत प्रति व्यक्ति आय का 3 गुना है जबकि बिहार, छत्तीसगढ़, झारखंड, मध्य प्रदेश, राजस्थान और उत्तर प्रदेश देश में प्रति व्यक्ति आय के मामले में सबसे निचले पायदानों पर हैं।
एसबीआई की इस रिपोर्ट में जीडीपी (GDP) और जीएनआई (GNI) के अंतर को भी बताया गया है जो कि करीब 1 फीसदी है। जीडीपी (Gross Domestic Product), यह निर्धारित समय अवधि में किसी भी देश के भीतर उत्पादित माल और सेवाओं का कुल बाजार मूल्य होता है जबकि जीएनआइ (Gross National Income) को देश के निवासियों और व्यवसायियों से प्राप्त कुल आय परिभाषित किया जाता है।