जोमैटो (Zomato) और पेटीएम (Paytm) सरीखी नए दौर की कंपनियां सोमवार (24 जनवरी, 2022) को भी दबाव में बनी रहीं। ये लिस्टिंग के बाद से अपने-अपने निचले स्तर पर पहुंच गईं। जोमैटो के शेयर के दाम शुरुआती सौदों में बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज (BSE) पर 92 रुपये प्रति शेयर पर 18% से अधिक लुढ़क गए। वहीं, पेटीएम के शेयर लगभग चार प्रतिशत की गिरावट के साथ 924 रुपए पर कारोबार कर रहे थे।
फूड डिलीवरी प्लेटफॉर्म जोमैटो को जुलाई 2021 में लिस्ट किया गया था। यह अपने आईपीओ (IPO) इश्यू प्राइस 76 रुपए से 30% से ज्यादा ऊपर है। इस बीच, पेटीएम अपने 2,150 रुपए के इश्यू प्राइस से 57% से अधिक नीचे है।
जोमैटो और पेटीएम जैसी कंपनियों के शेयर में यह कमी ऐसे समय पर देखने को मिली है, जब पिछले पांच दिनों में इनके शेयर्स में लगभग 15 फीसदी की गिरावट आई है। एक हफ्ते में जोमैटो के शेयर्स 14.93 फीसदी, पेटीएम के 14.15 फीसदी, पॉलिसी बाजार के 8.2 प्रतिशत और कार ट्रेड के शेयर में 3.81 फीसदी की गिरावट देखी गई। यही नहीं, जोमैटो से सहित तीन बड़ी और नामी कंपनियों के मार्केट कैप में भी इस दौरान भारी गिरावट आई है।
जियोजित फाइनेंशियल सर्विसेज (Geojit Financial Services) के मुख्य निवेश रणनीतिकार वी के विजयकुमार ने बताया, “वैश्विक स्टॉक मार्केट्स में जो ट्रेंड है, वह स्पष्ट रूप से मंदी का हो गया है। बीते हफ्ते एसएंडपी 500 (S&P 500) और नैस्डैक (Nasdaq) अपने सर्वकालिक उच्च स्तर से आठ फीसदी और 15% नीचे बंद हुए। टेक शेयरों में बिकवाली पिछले हफ्ते क्रूर रही। यूरोपियन स्टॉक्स में भी मंदी रही। तकनीकी बिकवाली की एक महत्वपूर्ण खासियत है कि ज्यादातर सेल गैर-लाभकारी तकनीकी शेयरों में हो रही है। यह ट्रेंड भारत में जोमैटो और पेटीएम जैसे शेयरों को भी प्रभावित कर रहा है।”
स्वास्तिका इन्वेस्टमार्ट (Swastika Investmart) में हेड ऑफ रिसर्च संतोष मीणा ने बताया, “हमें मालूम है कि लंबे समय में केवल कुछ कंपनियां ही सफर कर पाएंगी। मेरा मानना है कि जोमैटो में लंबे समय में प्रदर्शन करने की क्षमता है। हाल ही में कीमतों में गिरावट के कारण स्टॉक का उचित मूल्यांकन हो रहा है, जहां आक्रामक निवेशक लंबी अवधि के नजरिए से खरीदारी के अवसर के रूप में इस सुधार का इस्तेमाल कर सकते हैं।”
च्वॉइस ब्रोकिंग (Choice Broking) के कार्यकारी निदेशक सुमीत बगड़िया ने सलाह देते हुए कहा- जोमैटो के शेयर चार्ट पैटर्न पर कमजोर दिख रहे हैं और ये 110 और 100 रुपए के स्तर पर लगातार टूटने के बाद 75 रुपए के स्तर तक जा सकते हैं। जिनके पोर्टफोलियो का ये हिस्सा हैं, उन्हें एक उछाल पर बाहर निकल लेना चाहिए, जबकि नए निवेशकों को मौजूदा स्तर पर कोई भी खरीदारी करने की सलाह दी जाती है।
वहीं, जीसीएल सिक्योरिटीज (GCL Securities) के वाइस चेयरमैन रवि सिंघल ने बताया, “जिन लोगों के पास पेटीएम के शेयर हैं, उन्हें उछाल पर बाहर निकलना चाहिए। उन्हें फिर से एंट्री के लिए आदर्श स्तरों का इंतजार करना चाहिए, जबकि नए खरीदारों को मौजूदा स्तरों पर कोई भी स्थिति लेने की सलाह दी जाती है।”