धनतेरस के दिन से दिवाली के त्योहार की शुरुआत होती है। लोग धनतेरस पर भक्त देवी लक्ष्मी और भगवान धन्वंतरि की पूजा करते हैं। लोग अक्सर अपने घरों में शुभता और सौभाग्य लाने के लिए इस दिन सोने के आभूषण या सिक्के खरीदते हैं। इस दौरान मनाए जाने वाले कई रीति-रिवाजों में से, सोना खरीदना सबसे स्थायी और महत्वपूर्ण परंपराओं में से एक है। यहां हम आपको सोना खरीदने के कुछ तरीके बताने जा रहे हैं…
धनतेरस पर गोल्ड खरीदने के 5 तरीके
भौतिक सोना (Physical Gold)
आप सोने के सिक्के और आभूषण खरीद सकते हैं। पीली धातु खरीदते समय, BIS हॉलमार्क वाले आभूषण या सिक्के चुनना जरूरी है।
डिजिटल सोना (Digital Gold)
डिजिटल सोना छोटी मात्रा में सोने में निवेश करने का एक सरल और सुविधाजनक तरीका है। जब तक आप इसे भौतिक रूप में बदलने या बेचने का फैसला नहीं करते, तब तक सोना प्लेटफ़ॉर्म द्वारा सुरक्षित रखा जाता है। यह तरीका निवेशकों को भौतिक भंडारण के प्रबंधन की परेशानी के बिना एक लचीला विकल्प प्रदान करता है।
गोल्ड ईटीएफ (Gold ETFs)
गोल्ड एक्सचेंज-ट्रेडेड फंड (ETF) सीधे भौतिक सोने में निवेश करते हैं, जिससे निवेशक सोने को अपने पास रखे बिना ही सोने की कीमतों में उतार-चढ़ाव का लाभ उठा सकते हैं। इन फंडों का स्टॉक एक्सचेंजों पर शेयरों की तरह ही कारोबार किया जा सकता है, बशर्ते निवेशक के पास डीमैट खाता हो।
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गोल्ड म्यूचुअल फंड (Gold Mutual Funds)
अगर गोल्ड म्यूचुअल फंड की बात करें तो यह गोल्ड ईटीएफ की इकाइयों में निवेश करते हैं। ये फंड-ऑफ-फंड नजरिए के माध्यम से शुद्ध सोने में निवेश प्रदान करते हैं। निवेशक या तो एकमुश्त राशि का योगदान कर सकते हैं या धीरे-धीरे अपनी होल्डिंग बढ़ाने के लिए एक व्यवस्थित निवेश योजना (SIP) का विकल्प चुन सकते हैं।
सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड (SGBs)
यह भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) द्वारा जारी की जाने वाली सरकारी प्रतिभूतियां हैं। इनकी मैच्योरिटी अवधि 8 वर्ष होती है। मौजूदा समय में, एसजीबी में नए निवेश बंद हैं और ये बॉन्ड केवल सेकेंडरी मार्केट के जरिए ही प्राप्त किए जा सकते हैं।