सरकार ने असंगठित क्षेत्र के श्रमिकों के लिए प्रधानमंत्री पेंशन योजना को अधिक समावेशी बनाने के लिए पात्रता मानदंडों को आसान बनाने की योजना बनाई है। सरकार अब भारतीय जीवन बीमा निगम (LIC) की जगह कर्मचारी भविष्य निधि संगठन (EPFO) को फंड मैनेजर बनाने पर विचार कर रही है। प्रधानमन्त्री श्रम योगी मान-धन (PM-SYM), एक अंशदायी योजना है, जो असंगठित क्षेत्र में कार्यरत लोगों को 3,000 रुपये प्रति माह की पेंशन प्रदान करती है। इसमें मकान निर्माण में लगे मजदूरों से लेकर जूते बनाने वाले मोची तक को शामिल किया गया है। हालांकि, इस योजना के तहत उन लोगों को शामिल नहीं किया गया है जो कर्मचारी राज्य बीमा निगम (ESIC) और ईपीएफओ के तहत आते हैं।
एचटी की रिपोर्ट के अनुसार, प्रस्तावित बदलाव सरकार द्वारा प्राप्त किए गए प्रतिक्रिया पर आधारित है। यह योजना कम समय में ही काफी प्रसिद्ध हो गई। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 5 मार्च को अहमदाबाद में औपचारिक तरीके से इस योजना की शुरूआत पूरे देश में की थी। इस योजना के तहत वे लोग जुड़ सकते हैं जिनकी अधिकतम आय 15000 रुपये हो। इन श्रमिकों की उम्र जब 60 वर्ष हो जाएगी तो इन्हें प्रत्येक महीने 3000 रुपये पेंशन मिलेगा।
अधिकारियों के अनुसार, तीन सप्ताह से कम समय में ही करीब 25 लाख श्रमिक इस योजना से जुड़ गए। अब सरकार ईपीएफओ को इस नए पेंशन स्कीम का प्रशासक बनाने पर विचार रही है क्योंकि इस रिटायरमेंट फंड मैनेजर के पास बेहत आधारभूत सुविधाएं है और फंड का प्रबंधन करने में एलआईसी से ज्यादा माहिर है। ईपीएफओ के पास अभी करीब 4.5 करोड़ उपभोक्ता हैं, जिनका रिटायरमेंट फंड मैनेज किया जा रहा है। हालांकि, यह बदलाव चुनाव आयोग से मंजूरी मिलने के बाद ही प्रभावी होगा क्योंकि आम चुनाव की प्रक्रिया शुरू हो चुकी है और आचार-संहिता लागू है।
एक अधिकारी ने यह भी बताया कि एलआईसी ने प्रधानमंत्री पेंशन योजना के लॉन्च के समय सक्रिया रूप से भाग नहीं लिया था। इस योजना की परिकल्पना और शुरूआत श्रम तथा रोजगार मंत्रालय द्वारा शुरू की गई है और इसका ईपीएफओ के साथ बेहतर तालमेल होगा। वजह ये भी है कि श्रम मंत्री इसके सेंट्रेल बोर्ड ऑफ ट्रस्टी के अध्यक्ष हैं। वहीं, वित्त मंत्रालय एलआईसी के लिए प्रशासनिक मंत्रालय है। सरकार ने राष्ट्रीय स्तर पर पेंशन योजना की शुरूआत के दौरान यह भी महसूस किया कि 20 हजार कर्मचारियों वाला ईपीएफओ एलआईसी की तुलना में अच्छे तरीके से इसकी देख-रेख कर सकता है।