अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने 1 अगस्त से भारत पर 25% टैरिफ लगाने का ऐलान किया है। इसकी जानकारी ट्रंप ने अपने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ट्रुथ सोशल पर पोस्ट करके दी। ट्रंप के इस ऐलान से कई प्रमुख भारतीय उद्योग पर बुरा असर पड़ेगा। जिसमें इलेक्ट्रॉनिक्स, फार्मास्यूटिकल्स और वस्त्र आदि शामिल है।
ट्रंप ने ट्रुथ सोशल पर एक पोस्ट में कहा,’याद रखें, भारत हमारा मित्र है। लेकिन पिछले कुछ वर्षों में हमने उसके साथ अपेक्षाकृत कम कारोबार किया है क्योंकि उसके टैरिफ बहुत अधिक हैं, दुनिया में सबसे अधिक हैं और उसके पास किसी भी देश की तुलना में सबसे कठोर और गैर-मौद्रिक व्यापार प्रतिबंध हैं।’ उन्होंने अपने फैसले के औचित्य को समझाते हुए रूस के साथ भारत के संबंधों का भी हवाला दिया। इस टैरिफ घोषणा से कई सेक्टर प्रभावित होंगे, जिससे व्यापार अधिशेष में कमी आने की संभावना है।
भारत से अमेरिका को निर्यात होने वाले टॉप 5 प्रोडक्ट:
स्मार्टफोन (Smartphones)
हमारी सहयोगी फाइनेंशियल एक्सप्रेस ने एक मार्केट रिपोर्ट के अनुसार, भारत आधिकारिक तौर पर चीन को पीछे छोड़ते हुए 2025 की दूसरी तिमाही तक अमेरिका को सबसे बड़ा स्मार्टफोन आपूर्तिकर्ता बन गया है यानी अमेरिका जाने वाले शिपमेंट में उसकी 44% मार्केट हिस्सेदारी होगी। जनवरी 2025 में इस सेक्टर में 3 अरब डॉलर से ज़्यादा का निर्यात हुआ।
पेट्रोलियम प्रोडक्ट्स (Petroleum Products)
भारत एशिया के दूसरे सबसे बड़े रिफाइनिंग केंद्र के रूप में अमेरिका को पेट्रोल, डीज़ल, जेट ईंधन, गैसोलीन और एलपीजी जैसे पेट्रोलियम प्रोडक्ट्स का भारी मात्रा में निर्यात करता है। पेट्रोलियम उत्पादों का निर्यात मूल्य 2024 में 20 अरब डॉलर को पार कर गया।
रत्न एवं आभूषण (Gems and Jewellery)
अमेरिका भारतीय रत्न एवं आभूषणों (Gems and Jewellery), खास तौर पर हीरे और सोने का सबसे बड़ा आयातक है। भारत कच्चे रत्नों और उत्कृष्ट कारीगरी वाले आभूषणों, दोनों का निर्यात करता है। पिछले वर्ष इस सेक्टर ने 8.5 अरब डॉलर से अधिक का योगदान दिया।
फार्मास्यूटिकल्स (Pharmaceuticals)
भारतीय फार्मास्यूटिकल सेक्टर ग्लोबल स्तर पर किफायती दवाओं की रीढ़ है। अमेरिका जेनेरिक दवाओं, टीकों और सक्रिय अवयवों (Active Ingredients) का सबसे बड़ा आयातक है, जो अपने लाखों नागरिकों के लिए स्वास्थ्य देखभाल की लागत कम करने में मदद करते हैं। प्रमुख भारतीय फार्मा कंपनियां अमेरिका को FDA-अनुपालक दवाओं की आपूर्ति करती हैं। इस क्षेत्र में निर्यात 2025 में 7.5 अरब डॉलर से अधिक हो गया।
टेक्सटाइल एवं अपैरल (Textile & Apparel)
हथकरघा रेशम से लेकर औद्योगिक रूप से निर्मित सूती परिधानों तक अमेरिका को भारत के निर्यात में प्रमुख योगदान देते हैं। 2025 में अमेरिका को भारतीय कपड़ा और गारमेंट्स निर्यात 2.5 बिलियन डॉलर से अधिक हो जाएगा।