Dominos Pizza News: अगर आप भी ऑनलाइन जोमैटो और स्विगी से पिज्जा मंगाना पसंद करते हैं तो यह आपके लिए बुरी खबर हो सकती है। ऐसा हम इसलिए कह रहे हैं क्योंकि जल्द डोमिनोज पिज्जा इंडिया की फ्रेंचाइजी अपने कुछ बिजनेस को पॉपुलर फूड डिलीवरी ऐप जोमैटो और स्विगी से हटा सकती है। ऐसे में आप आने वाले समय में फूड डिलीवरी ऐप की मदद से पिज्जा नहीं ऑर्डर कर पाएंगे।

समाचार एजेंसी रॉयटर्स की खबर के मुताबिक की खबर के मुताबिक, अगर ऑनलाइन फूड डिलीवरी ऐप जोमैटो और स्विगी ने कमीशन में और अधिक वृद्धि की तो डोमिनोज इन फूड डिलीवरी ऐप से दूरी बना लेगी। भारत में डोमिनोस और डंकिन डोनट्स की फूड चेन का संचालन करने वाली कंपनी जुबिलिएंट फूडवर्क्स JUBI.NS ने कंपटीशन कमिशन ऑफ इंडिया (सीसीआई) को एक पत्र लिखा है जिसमें इन कंपनियों के द्वारा व्यापार करने के अनुचित तरीकों की जांच करने को कहा गया है।

जुबिलिएंट भारत की सबसे बड़ी फूड सर्विस कंपनी है। मौजूदा समय में कंपनी के पास 1600 के करीब ब्रांडेड रेस्टोरेंट है, जिसमें 1570 डोमिनोज और 28 डंकिन आउटलेट शामिल हैं।

डोमिनोज के अनुसार, उसके कुल बिजनेस का 27 फ़ीसदी हिस्सा ऑनलाइन ऑर्डर से आता है। इसमें कंपनी को अपनी वेबसाइट और मोबाइल ऐप के जरिए मिलने वाले ऑर्डर भी शामिल है। वहीं, कंपनी ने 19 जुलाई को सीसीआई को लिखे पत्र में कहा है कि अगर दोनों ऐप कंपनियों की ओर से कमीशन और अधिक बढ़ाया जाता है तो वह भविष्य में ऑनलाइन बिजनेस से हटकर इनहाउस ऑर्डरिंग सिस्टम पर चला जाएगा।”

डोमिनोज से पहले भी कई रेस्टोरेंट जोमैटो और स्विगी पर अधिक कमीशन लेने का आरोप लगा चुके हैं। इससे पहले भी नेशनल रेस्टोरेंट एसोसिएशन ऑफ इंडिया ((NRAI) जिसके करीब 5,00,000 से अधिक रेस्टोरेंट और होटल सदस्य हैं।) ने सीसीआई को पत्र लिखा था, जिसमें आरोप लगाया गया था जोमैटो और स्विगी 20 से 30 फीसदी तक कमीशन चार्ज कर रहे हैं जो बिल्कुल भी व्यवहारिक नहीं है।

वहीं, नाम न बताने की शर्त पर एक अधिकारी ने बताया कि अगर जोमैटो और स्विगी अपने कमीशन को और अधिक बढ़ाते हैं तो इससे हमारे मुनाफे पर दबाव बढ़ेगा और इसका वो सीधा ग्राहकों पर पड़ेगा।