प्राइवेट सेक्टर के बैंक HDFC अपने ग्राहकों को बेहतर सुविधा देने के लिए नया प्रस्ताव रखा है। इसके तहत बैंक अपनी शाखाओं को तीन से पांच सालों के अंदर शाखाओं को दोगुना करने की योजना बनाई है। इसके तहत हर करीब 1,500 से 2,000 शाखाएं खोलेगी। निजी क्षेत्र के बैंक के मुख्य कार्यपालक अधिकारी (सीईओ) शशिधर जगदीशन ने कहा कि इससे दूर-दराज के लोगों को बड़ा फायदा मिलेगा। इन्हें किसी भी बैंकिंग कार्य के लिए इधर-उधर भटकने की आवश्यकता नहीं होगी।
उन्होने कहा कि अभी बैंक की पूरे देश में 6000 से अधिक शाखाएं खुली हुई हैं और हर साल 1,500 से 2,000 शाखाएं खोलकर इसकी संख्या को दोगुना किया जाएगा। सीईओ ने कहा कि इस देश की आबादी के हिसाब से ओईडीसी देशों की तुलना में शाखाओं की संख्या बहुत ही कम है। इस कारण से शाखाओं की संख्या को दोगुना करने की योजना बनाई गई है।
इस साल अप्रैल की शुरूआत में हाउसिंग डेवलपमेंट फाइनेंस कॉरपोरेशन और इसकी सहायक एचडीएफसी बैंक इसके परिवर्तन विलय की घोषणा की थी। जिसके लगभग 15 से 18 महीने में पूरा करने की उम्मीद है। विलय को ‘पॉवर ऑफ वन’ के रूप में नामित करते हुए जगदीशन ने कहा कि ग्राहकों को इससे बेहतर सुविधा मिलेगी। वहीं बैंक ग्राहकों के लिए विशेषताओं, गहन उत्पाद, प्रोसेस और कई सुविधाओं का एक सेट प्रस्तुत करेगा।
उन्होने आगे कहा कि बैंक ग्राहकों को जोड़ने के अवसर को मिस नहीं करना चाहता है। इस कारण से ग्राहकों को बेहतर सुविधाओं के साथ बेहतर लोन की सुविधा देगा। आंकड़ों पर जोर देते हुए जगदीशन ने कहा कि केवल 2 प्रतिशत लोग ही लोन ले रहे हैं और 5 प्रतिशत अन्य जगहों से लोन का लाभ ले रहे हैं। वहीं 70 प्रतिशत लोग अभी भी बैंक की सुविधाओं से दूर हैं।
होम लोन की सुविधा ग्राहकों तक पहुंचाने के लिए, ज्यादा से ज्यादा लोगों को कनेक्ट किया जाएगा और लोन लेने की सुविधा को भी आसान बनाया जाएगा। साथ ही एक किफायती लोन लोगों के लिए उपलब्ध कराया जाएगा। पूंजी जुटाने को लेकर उन्होंने कहा कि जल्द ही बैंक की ओर से बॉन्ड जारी करके 50000 करोड़ तक का फंड जुटाने की योजना बनाएगा।