Tata Nano Sales: देश की सबसे बड़ी वाहन निर्माता कंपनी Tata Motors ने बड़े ही जोर शोर से वर्ष 2008 में अपनी लखटकिया कार Tata Nano को दुनिया के सामने पेश किया था। इस कार को कंपनी के तत्कालिन चेयरमैन रतन टाटा का ड्रीम प्रोजेक्ट कहा जाता था। ताजा जानकारी के अनुसार इस साल बीते 9 महीने में कंपनी इस कार के महज 1 यूनिट की ही बिक्री कर सकी है।
बीते जनवरी से लेकर सितंबर महीने तक Tata Nano की महज एक यूनिट की ही बिक्री हुई है, वो भी कंपनी ने फरवरी महीने में 1 यूनिट की बिक्री की थी। यहां तक की इस साल कंपनी ने इसके 1 भी यूनिट का प्रोडक्शन भी नहीं किया है और इसके बारे में भी कोई आधिकारिक जानकारी साझा नहीं की गई है कि भविष्य में इसका उत्पादन होगा या नहीं।
बता दें कि, कंपनी ने सन 2008 में पहली बार इस कार को पेश किया था, उस वक्त इसकी कीमत महज 1 लाख रुपये तय की गई थी। शुरुआती दौर में इस कार ने कम कीमत के चलते काफी सुर्खियां बटोरी थीं। दुनिया भर में इसे सबसे कार के तौर पर जाना जाता था। इस कार का प्रमोशन कंपनी ने ग्लोबल प्लेटफॉर्म पर भी किया और इसे कई अलग अलग रंगों में भी पेश किया। लेकिन अब इस कार की बिक्री इसके अस्तित्व पर प्रश्न चिन्ह खड़ा कर रही है।
मौजूदा समय में Tata Nano GenX मॉडल बाजार में बिक्री के लिए उपलब्ध है। इस कार में कंपनी ने 624cc की क्षमता का पेट्रोल इंजन प्रयोग किया है। जो कि मैनुअल और ट्रांसमिशन दोनों गियरबॉक्स के साथ बाजार में उपलब्ध है। ये कार सामान्य तौर पर 21 से 23 किलोमीटर प्रतिलीटर का माइलेज प्रदान करती है। इस समय ये कार 5 अलग अलग वैरिएंट में उपलब्ध है। इसकी कीमत 2.36 लाख रुपये से लेकर 3.34 लाख रुपये तक है। ये कीमतें एक्सशोरूम दिल्ली के अनुसार हैं।
कुछ दिनों पहले ही कंपनी के कुछ आला अधिकारियों ने इस बात के संकेत दिए थें कि कंपनी आगामी अप्रैल 2020 से नैनो का प्रोडक्शन बंद कर सकती है। हालांकि इस बारे में आधिकारिक घोषणा होना बाकी है। लेकिन बीते 1 अक्टूबर से देश भर में नए सेफ्टी मानकों को लागू कर दिया गया है। यानी कि सभी कारों में एंटी लॉक ब्रेकिंग सिस्टम, स्पीड अलर्ट सिस्टम, डुअल एयरबैग, रियर पार्किंग सेंसर जैसे फीचर्स को बतौर स्टैंडर्ड रखना होगा।
अन्य वाहन निर्माता कंपनियों ने अपने एंट्री कारों को भी नए सुरक्षा मानकों के अनुसार अपडेट कर दिया है। लेकिन वहीं Tata Nano नए सुरक्षा मानकों के नियमों का पालन नहीं करती है। इसके अलावा आगामी अप्रैल 2020 से देश में नए BS-6 इंजन मानक को भी लागू कर दिया जाएगा। ऐसी खबरे भी आई हैं कि कंपनी नैनो प्रोजेक्ट में और निवेश करने की योजना नहीं बना रही है। इसलिए ऐसा माना जा रहा है हो सकता है कंपनी इस कार को नए BS-6 मानकों के अनुसार अपडेट न करें। क्योंकि नए मानकों के अनुसार अपडेट करने के बाद कार की कीमत और बढ़ जाएगी, और पहले से ही बिक्री की मार झेल रही नैनो की मुश्किलें और भी बढ़ जाएंगी।
क्या है Nano के फेल होने की वजह: वैसे तो नैनो के फेल होने की कई वजहें हैं, कंपनी ने इस कार को बतौर लखटकिया पेश किया था। लेकिन समय के साथ इस कार की कीमत बढ़ती गई जो कि अब 2.36 लाख रुपये तक पहुंच गई है। ऐसे में इस कीमत में बाजार में और भी कारें मौजूद हैं जिन्हें ग्राहक पसंद कर रहे हैं। वहीं इस कार को कंपनी ने कुछ खास अपडेट भी नहीं दिया जिससे ये नए मानकों का भी पालन नहीं कर रही है।
आग में झुलसी बिक्री: जब Tata Nano को कंपनी ने लांच किया था तो अपने आकर्षक कीमत के चलते इसे खासा पसंद किया गया था। लेकिन कुछ दिनों के बाद ही इस कार में आग लगने की भी खबरें सामने आने लगी थीं। बता दें कि, कंपनी ने इस कार के पिछले हिस्से में इंजन का प्रयोग किया है। इसके अलावा इसमें प्रयोग किया गया प्लास्टिक भी कुछ ऐसा है जो इसके मैटेरियल को अति ज्वलनशील बनाता है। कुछ घटनाओं में देखा गया कि इस कार के इंजन के हिस्से में शॉर्ट सर्किट के चलते आग लगी थी। जिसका असर इसकी बिक्री पर भी देखने को मिला। कुल मिलाकर लोग इसे पूरी तरह से सुरक्षित कार नहीं मानते हैं।