Royal Enfield  में तेज आवाज वाले साइलेंसर लगा कर फर्राटा भरने वालों की मुश्किलें बढ़ने वाली हैं। नए मोटर व्हीकल एक्ट के लागू होने के बाद जुर्माने की राशि में 10 गुना तक बढ़ोत्तरी कर दी गई है साथ ट्रैफिक पुलिस धडल्ले से चालान काटने में जुटी है। ताजा मामला दिल्ली एनसीआर क्षेत्र के फरीदाबाद का है, जहां पर पुलिस ने Royal Enfield  बुलेट के मालिक का 35,000 रुपये का चालान काटा है। जानिए क्या है पूरा मामला —

दरअसल, बीते दिनों फरीदाबाद में ट्रैफिक पुलिस ने बुलेट पर सवार तीन युवकों को रोका, जिसके बाद पता चला कि ये युवक कई ट्रैफिक नियमों की धज्जियां उड़ाते हुए बाइक पर फार्राटा भर रहे थें। जानकारी के मुताबिक पुलिस ने बाइक चालक के कई मामले में चालान काटे हैं, जिसमें तीन सवारी बैठाकर बाइक चलाना, बिना हेलमेट के दोपहिया वाहन चलाना, बिना ड्राइविंग लाइसेंस के वाहन चलाना, इतना ही नहीं बाइक चालक के पास थर्ड पार्टी इंश्योरेंस, प्रदूषण जैसे दस्तावेज भी नहीं थें।

इसके अलावा इस बुलेट में मॉडिफाइड साइलेंसर का प्रयोग किया गया था। जिसने ट्रैफिक पुलिसकर्मियों के गुस्से को और भी भड़काने का काम किया। बता दें कि, मोटर व्हीकल एक्ट के तहत ऐसे किसी भी तरह के एग्जॉस्ट यानी की साइलेंसर का प्रयोग करना जो कि ध्वनि प्रदूषण का कारण बने, पूरी तरह से प्रतिबंधित है। वहीं इस बाइक में प्रयोग किया गया साइलेंसर किसी तेज पटाके की तरह आवाज कर रहा था। इस मामले में भी पुलिस ने बाइक चालक का चालान काटा है।

प्राप्त जानकारी उक्त युवक के खिलाफ मौके पर मौजूद पुलिसकर्मी ने विभिन्न मामलो में 35,000 रुपये का चालान किया है। इसके बाद पुलिस ने बाइक को सीज कर लिया और पुरा फाइन जमा करने और जरूरी दस्तावेजों को प्रस्तुत करने के बाद ही बाइक को रिलीज करने को कहा है।

मॉडिफाइड साइलेंसर है सबसे बड़ी मुश्किल: ऐसा आम तौर पर देखने को मिल रहा है कि ज्यादातर युवा अपनी रॉयल इनफिल्ड बाइक में कंपनी द्वारा फिटेड स्टैंडर्ड साइलेंसर की जगह पर मॉडिफाइड साइलेंसर का प्रयोग कर रहे हैं। ये न केवल ट्रैफिक नियमों के खिलाफ है बल्कि इससे बाइक के परफॉर्मेंस और इंजन की लाइफ पर भी बुरा असर पड़ता है। तो यदि आप भी ऐसे साइलेंसर का प्रयोग करते हैं तत्काल इसे हटा लें, क्योंकि ऐसा बेवजह का शौक आपकी जेब पर भारी पड़ सकता है।