देश में कोराना वायरस के कारण लॉकडाउन है, लिहाजा लोग अपने घरो से भी नहीं निकल पा रहे हैं। इस वायरस का फैलने से रोकने के लिए सरकार ने यह निर्णय लिया है। बता दें, यह वायरस संक्रमित व्यक्ति के संपर्क में जाने से फैल रहा है। इसी को ध्यान में रखते हुए ब्रिटिश वाहन निर्माता कंपनी एमजी मोटर्स ने पहले ही अपनी टेस्ट ड्राइव के लिए जाने वाली सभी गाड़ियों को सेनिटाइज करना शुरू कर दिया था।
हालांकि अब स्थिति पहले से ज्यादा खराब है, जिसके चलते कंपनी कैबिन में sterilisation तकनीक का प्रयोग करने के लिए सिंगापुर की Medklinn कंपनी से बात कर रही है। sterilisation तकनीक के माध्यम से कैबिन की एयर को पूरी तरह से वायरस से सुरक्षित रखा जा सकेगा। बता दें, कोरोनवायरस के कारण स्थिति प्रत्येक दिन गंभीर हो रही है।
भारत सरकार ने 3 मई तक लॉकडाउन को बढ़ा दिया है। इन कठिन समय के दौरान भारत की मदद के लिए एमजी इंडिया ने पहले ही चिकित्सा सहायता के लिए 2 करोड़ रुपये की मदद का वादा किया है। इसके साथ ही कंपनी ने घोषणा की थी कि वह सबसे सस्ते वेंटिलेटर बनाने वाली कंपनी को 10 लाख रुपये इनाम देगी। वहीं एमजी इंडिया ने गुजरात में हलोल संयंत्र के पास 100 सदस्यीय महिला छात्रावास की योजना की भी घोषणा की है, जिसमें कंपनी सहयोगी स्तर की महिला कर्मचारियों को आवास, भोजन और परिवहन सुविधाओं का इंतजाम करेगी।
वर्तमान में एमजी मोटर्स दो प्रोडक्ट हेक्टर और जेडएस EV को पेश करती है। इस जंग में देश की वाहन निर्माता कंपनियां पूरी तरह से सक्रिस हैं। जहां देश की प्रमुख वाहन निर्माता कंपनी महिंद्रा ने भी सबसे सस्ते वेंटिलेटर के निर्माण का वादा किया है। वहीं टाटा ट्रस्ट और टाटा संस ने मिलकर 1500 करोड़ रुपये की मदद की पहल की है। इसके साथ ही देश की दूसरी सबसे बड़ी कार निर्माता कंपनी हुंडई ने दक्षिण कोरिया से मास्क, टेस्टिंग किट और प्रोटेक्टिव क्लॉथ ऑर्डर किया है।