देश का ऑटोमोबाइल बाजार भयानक मंदी के दौर से गुजर रहा है, दिग्गज वाहन निर्माता कंपनियां कारों की बिक्री को लेकर परेशान है। वहीं Maruti और Renault सहित 5 बड़े वाहन निर्माताओं ने भविष्य में डीजल कारों के निमार्ण न करने की घोषणा कर दी है। मारुति सुजुकी ने अपने एक बयान में कहा है कि वो अब CNG कारों पर फोकस करेगी। तो आइये जानते हैं कौन सी वो कंपनियां हैं जो केवल पेट्रोल और CNG मॉडलों की बिक्री करेंगी और डीजल कारों का निर्माण बंद करेंगी।
Maruti Suzuki: देश की सबसे बड़ी कार निर्माता कंपनी मारुति सुजुकी ने आधिकारिक तौर पर घोषणा कर दी है कि वो अब डीजल कारों का निर्माण नहीं करेगी। इस बारे कंपनी के चेयरमैन आर. सी. भागर्व ने स्वयं कहा था कि, नए इंजन मानकों के लागू होने के बाद डीजल कारों के निर्माण में प्रोडक्शन कॉस्ट बढ़ जाएगी। जिसका असर वाहनों की बिक्री पर भी देखने को मिलेगा। यही कारण है कि कंपनी ने डीजल कारों का निर्माण न करने का फैसला किया है। हालांकि हाल ही में कंपनी ने 1.5 लीटर की क्षमता का नया डीजल इंजन तैयार किया है इसके लिए करोड़ो रुपये भी खर्च किए गए हैं। कंपनी ने ये भी कहा है कि, बीएस6 इंजन मानक लागू होने के बाद यदि डीजल वाहनों की मांग बढ़ती है तो कंपनी भविष्य में इस इंजन का प्रयोग करेगी।
Renault: फ्रांस की प्रमुख वाहन निर्माता कंपनी Renault ने भी आधिकारिक तौर पर डीजल कारों के निर्माण न करने की घोषणा की है। कंपनी ने इसके पीछे वही बीएस6 इंजन मानक को कारण बताया है। कंपनी का मानना है कि डीजल इंजन में BS6 मानक को लागू किए जाने के बाद वाहनों की कीमत में लाखों रुपये की बढ़ोत्तरी हो सकती है, जिससे इसकी डिमांड कम होगी।
Nissan: जापानी वाहन निर्माता कंपनी निसान इस समय देश में अपनी नई नवेली एसयूवी Kicks की बिक्री को लेकर परेशान है। निसान ने भी भविष्य में डीजल कारों का निर्माण न करने का मन बनाया है। इस समय बाजार में कंपनी की तरफ से Micra, Sunny, Terrano और Kicks जैसी गाड़ियां मौजूद हैं। लेकिन इनकी बिक्री कुछ खास कमाल नहीं कर पा रही है।
Volkswagen: जर्मनी की प्रमुख वाहन निर्माता कंपनी फॉक्सवैगन पहले से ही डीजल इंजन के फ्रॉड के मामले में काफी सुर्खियों में रहा है। अब कंपनी ने भारतीय बाजार में डीजल इंजन का निर्माण न करने का फैसला किया हे। कंपनी जल्द ही बाजार में अपनी नई अपडेटेड Polo को लांच करने वाली है, लेकिन इस कार को भी केवल पेट्रोल इंजन के साथ ही पेश किया जाएगा।
Skoda: चेक गणराज्य की प्रमुख वाहन निर्माता कंपनी स्कोडा भारतीय बाजार में फॉक्सवैगन ग्रूप के 2.0 स्ट्रैटेजी प्लॉन को आगे बढ़ायेगी। जिसके तहत कंपनी छोटे रेंज की कारों को नए डिजाइन और लुक के साथ पेश करेगी। इसके अलावा कंपनी आने वाले समय में अपनी सिडान कार Rapid के डीजल मॉडल को भी डिस्कंटीन्यू कर सकती है। हालांकि अभी इसके बारे में कंपनी की तरफ से आधिकारिक तौर पर कोई घोषणा नहीं की गई है।
क्या है वजह: कई वाहन निर्माता डीजल कारों का निर्माण न करने की घोषणा कर चुके हैं। इसके पीछे मुख्य कारण ये है कि सरकार के निर्देशानुसार आगामी अप्रैल 2020 से देश में केवल बीएस6 इंजन वाले वाहनों का ही निर्माण होगा। ऐसे में सभी वाहन निर्माताओं को अपनी गाड़ियों को बीएस6 इंजन से अपडेट करना होगा।
पेट्रोल इंजन के लिए ये कोई बड़ी समस्या नहीं है लेकिन वाहन निर्माताओं का मानना है कि डीजल इंजन को बीएस6 तकनीक से अपडेट करने के बाद वाहन की प्रोडक्शन कॉस्ट तकरीबन 1.5 लाख रुपये से लेकर 2 लाख रुपये तक बढ़ जाएगी। जिससे इनकी मांग भी कम हो जाएगी। शायद यही कारण है कि वाहन निर्माता कंपनियां डीजल कारों को डिस्कंटीन्यू करने पर जोर दे रही हैं।