देश भर में कोरोना वायरस के चलते लॉकडाउन लागू किया गया है। इस भयावह बीमारी के चलते लोग कम से कम घरों से बाहर निकल रहे हैं, ऐसे में ज्यादातर लोग अपने वाहन का भी प्रयोग नहीं कर रहे हैं। इस स्थिति में लोगों की कार घर पर ही खड़ रह जा रही है। लेकिन क्या गैराज में खड़ी कार की सर्विसिंग करवाना जरूरी है? क्या बिना प्रयोग किए गए कार में कोई तकनीकी खराबी आ सकती है? ऐसे बहुत से सवाल हैं जो लोगों के जेहन में उठ रहे हैं। आज हम आपको अपने इस लेख में इसी के बारे में विस्तार से बताएंगे-
किस आधार पर होती है सर्विसिंग: कार की सर्विसिंग दो आधार पर होती है एक तो गाड़ी कितनी चली है और दूसरा कार को सर्विस हुए कितना समय हो चुका है। सामान्य तौर पर नई कार को एक साल में तकरीबन 3 सर्विसिंग की जरूरत पड़ती है। पहली सर्विसिंग एक महीने या 1,000 किलोमीटर के भीतर, दूसरी सर्विसिंग 6 महीना या 5,000 किलोमीटर के भीतर और तीसरी सर्विसिंग 1 साल पर या 10,000 किलोमीटर के भीतर की जाती है।
इसके बाद 2 साल या 40,000 किलोमीटर, 3 साल या 60,0000 किलोमीटर, 4 साल या 80,000 किलोमीटर और 5 साल या 1 लाख किलोमीटर पूरा होने पर कार की सर्विसिंग की जाती है। इस तरह यदि आपकी कार नई है और लॉकडाउन के दौरान खड़ी है तो आपको इन सर्विस इंटरवल के अनुसार सर्विसिंग करवानी चाहिएं।
कैसे होती है सर्विसिंग: दरअसल कार की सर्विसिंग उनकी कंडीशन के अनुसार अलग अलग समय के भिन्न तरह से होती है। सामान्य तौर पर यदि कार एक साल पुरानी है तो इसमें इंजन ऑयल के बदलाव के साथ ड्रेन वॉशर, ऑयल फिल्टर और एयर फिल्टर की सर्विसिंग की जाती है। दो साल पुरानी होने पर स्पॉर्क प्लग में बदलाव और तीन साल या उससे ज्यादा पुरानी होने पर ब्रेक फ्लूड और ट्रांसमिशन फ्लूड सहित सभी पार्ट्स को शामिल किया जाता है।
क्या जरूरी है सर्विसिंग: अब यदि आपकी कार दो या तीन महीनों से लगातार एक जगह पर खड़ी है और इसका प्रयोग नहीं किया जा रहा है तो इस स्थिति में कार की सर्विसिंग होना जरूरी है। यदि आपकी सर्विस ड्यू है और समय निकल रहा है तो आपको कार की सर्विसिंग जरूर करवानी चाहिएं। क्योंकि एक ही स्थिति में गाड़ी खड़ी रहने पर कार के पॉर्ट्स के जाम होने का डर रहता है। इसके अलावां बैटरी के डेड होने के नाते इंजन को दोबारा स्टार्ट करने में भी समस्या आ सकती है।
कार के एक ही जगह खड़े रहने की स्थिति में टायर पर भी बुरा असर पड़ता है। चूकिं कार का पूरा वजन टायर ही वहन करता है तो ऐसे दशा में टायर के खराब होने या उन पर फ्लैट्स स्पाट पड़ने का डर होता है। इसके अलावां कार के फैन और AC बेल्ट्स के साथ ही, इलेक्ट्रॉनिक्स और हैंड ब्रेक इत्यादि में भी समस्या आ सकती है। इसलिए समय समय पर कार की सर्विसिंग करवाना बेहद ही जरूरी होता है।
एक्सटेंडेड सर्विसिंग का लाभ: लॉकडाउन के चलते मारुति सुजुकी, होंडा और हुंडई जैसी कंपनियों ने अपने ग्राहकों के लिए एक्सटेंडेड वारंटी और सर्विसिंग की भी सुविधा शुरू की है। यदि आप कोरोना वायरस के डर से घर से बाहर नहीं निकनला चाहते हैं तो यह एक बेहतर कदम है, इसलिए आप अपने डीलरशिप से संपर्क कर सकते हैं और एक्सटेंडेड वारंटी के बारे में जानकारी प्राप्त कर सकते हैं और कार की सर्विसिंग करवा सकते हैं।
देश भर में अलग अलग हिस्सों में कोरोना वायरस की स्थिति भिन्न है तो कहीं पर लोग घरों से बाहर निकल रहे हैं और कहीं पर नहीं। यदि आप भी अपनी कार को वर्कशॉप पर नहीं ले जा पाते हैं तो कुछ जरूरी टिप्स पर अमल करते हुए अपनी कार की देखभाल करके उसे घर पर ही फिट रख सकते हैं। तो आइये जानते हैं उन उपायों के बारे में –
– कार के बंद रहने पर बैटरी डेड हो जाती है, इसलिए दो तीन दिन के अंतराल पर एक बार कार को कुछ मिनटों के लिए स्टार्ट जरूर करें।
– कार को थोड़ी दूर पर सप्ताह में एक दिन जरूर चलाएं। इसके अलावां आप कार को गैराज में ही आगे-पीछे भी कर सकते हैं।
– कार को पूरी तरह से कॅवर कर के पार्क करें और कोशिश करें कि वो सीधे सूर्य की रोशनी में खड़ी न हो।
– तकरीबन 15 दिन में एक बार बाहर निकालें और धुलें, इससे धूल इत्यादि के जमने का खतरा नहीं रहता है।
– कार के टायर के थ्रेड्स (टायर के डिजाइन के बीच बने हुए गैप्स) को चेक करते रहें।
– एक ही जगह पर कार को खड़े रखने के दौरान फ्यूल टैंक को फुल न रखें, जरूरत के अनुसार ही तेल रखें।
– हर एक दो दिन के अंतराल पर कार को 10 से 15 मिनट तक स्टार्ट रखें।
– अपनी कार को प्लेन सरफेस पर ही पार्क करें और हैंड ब्रेक्स को न लगाएं।
– इंजन ऑयल, कूलेंट या अन्य किसी तरह के ऑयल लीक की चेकिंग करते रहें।
– छोटे जीव जंतु जैसे चूहे इत्यादि को कार से दूर रखें, क्योंकि कई बार यह कार के घुस कर वायरिंग इत्यादि को खराब कर देते हैं।
– कार के टायर में हवा मानकों के अनुसार रखें इसे कम न होने दें। यदि हवा कम है तो तत्काल हवा भरवाएं।