Coronavirus Pandemic: देश में कोरोना वायरस का खतरा लगातार बढ़ता ही जा रहा है, हर रोज नए संक्रमण के मामले सामने आ रहे हैं। Coronavirus के इस प्रकोप के चलते देश भर में मास्क और हैंड सैनिटाइजर की मांग तेजी से बढ़ गई है। आलम यह है कि देश के कई इलाकों में हैंड सैनिटाइज़र इत्यादि की भारी कमी भी देखने को मिल रही है। लेकिन इस समस्या से निपटने के लिए देश की प्रमुख वाहन निर्माता कंपनी Mahindra ने वेंटिलेटर्स के बाद अब हैंड सैनिटाइज़र का प्रोडक्शन शुरू कर दिया है।
एक तरफ दुनिया भर के चिकित्सक और वैज्ञानिक इस भयावह बीमारी से बचने के लिए टीके और दवाओं के अनुसंधान में लगे हैं दूसरी ओर फौरी तौर पर इसकी रोकथाम के लिए मास्क और हैंड सैनिटाइज़र के प्रयोग को बढ़ावा दिया जा रहा है। पिछले महीने Mahindra ने इस बात की घोषणा की थी कि वो जल्द ही सबसे कम कीमत के वेंटिलेटर का निर्माण करेगी, जिसकी औसतन कीमत 7,500 रुपये बताई गई थी।
Mahindra की एक टीम ने सैनिटाइज़र की परीक्षण प्रक्रियाओं को पूरा करने के बाद लाइसेंस प्राप्त किया है। इसके बाद कंपनी ने महिंद्रा के ब्रांडेड सैनिटाइज़र के उत्पादन की शुरुआत की है। इसके अलावा कंपनी फेस शील्ड का भी निर्माण कर रही है, जिसका प्रयोग मेडिकल स्टॉफ और ऐसे लोगों द्वारा किया जाएगा जो सीधे तौर पर कोरोना संक्रमित व्यक्ति के संपर्क में आएंगे।
कंपनी ने शील्ड का असेंबलिंग मुंबई के कांदिवली स्थित प्लांट में शुरू कर दिया है। शुरुआती दौर में कंपनी प्रतिदिन 500 फेस शील्ड का प्रोडक्शन कर रही है, इसे जरूरत के अनुसार और भी बढ़ाया जा सकता है। हाल ही में कंपनी के चेयरमैन आनंद महिंद्रा ने इस बात की घोषणा की थी कि वो अपनी पूरी सैलेरी को कोरोना वायरस से पीड़ित लोगों के लिए दान करेंगे। महिंद्रा के अलावा Tata Motors, Maruti Suzuki और Hyundai भी कोरोना वायरस के खिलाफ इस जंग में शामिल हो चुके हैं।
देश में कोरोना वायरस के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं। खबर लिखे जाने तक देश में COVID-19 से संक्रमित मरीजों की संख्या 9 हजार से उपर पहुंच चुकी है। वहीं इस भयावह बीमारी के चलते 308 लोगों की मौत हो चुकी है। फिलहाल देश भर में आगामी 14 अप्रैल तक लॉक डाउन लागू किया गया है। हाल ही में देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अलग अलग राज्यों के मुख्यमंत्रियों के साथ वीडियों कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए मीटिंग की थी। इस दौरान कई राज्यों के मुख्यमंत्रियों ने लॉक डाउन को बढ़ाने की मांग की है।