Boycott China : कोरोना वायरस और लद्दाख में हुई घटना के बाद लोगों का चीन पर से आक्रोश कम नहीं हो रहा है। फिलहाल पूरे देश में चीन को बॉयकॉट करने का अभियान चलाया जा रहा है। इस अभियन के तहत लोगों को चीन के प्रोडक्ट इस्तेमाल ना करने और ज्यादा से ज्यादा भारत में बनी चीजों का इस्तेमाल की सलाह दी जा रही है। हाल ही में कई दिग्गज वाहन निर्माता कंपनियों ने चीन से हुए अपने करार को भी रद्द कर दिया है। इस अभियान का समर्थन करने के लिए भारत के सबसे बड़े साइकिल निर्माताओं में से एक हीरो साइकिल ने घोषणा की है कि वे चीन के साथ अपने सभी व्यापार संबंधों को तोड़ देंगे।

इसकी घोषणा हीरो साइकिल्स के सीएमडी पंकज मुंजाल ने की है, उन्होंने कहा कि आने वाले तीन महीनों में हीरो साइकिल चीन के साथ 900 करोड़ रुपये का व्यापार करने जा रही थी। जिस पर अब पाबंदी लगा दी गई है। हमारी सहयोगी वेबसाइट द इंडियन एक्सप्रेस की एक रिपोर्ट के अनुसार मुंजाल ने यह भी कहा कि वे अब व्यापार संबंधों को स्थापित करने के लिए नए बाजारों की तलाश कर रहे हैं और वर्तमान में जर्मनी उनकी सूची में सबसे ऊपर है।

हीरो साइकिल की मांग के बारे में बात करते हुए मुंजाल ने बताया कि दुनिया भर में साइकिल की मांग में वृद्धि हुई है और हीरो साइकिल इसके लिए काम भी कर रही है। हालांकि, भारत में लॉकडाउन के दौरान कुछ छोटी कंपनियों को नुकसान हुआ है और उनकी मदद करने के लिए हीरो साइकिल उन्हें तकनीकी सहायता भी प्रदान कर रही है ताकि वे भी साइकिल के भागों का उत्पादन कर सकें और उन्हें चीन से आयात न करना पड़े।

बता दें, मुंजाल लुधियाना के धनंसु गांव में आगामी साइकिल वैली म को शुरू करने जा रहे हैं। यह वैली एक बार तैयार होने के बाद चीन के साथ प्रतिस्पर्धा करने में काफी मददगार साबित होगी। रिपोर्ट में कहा गया है कि मुंजाल ने हाल ही में उस साइकिल घाटी का दौरा किया था जहां पहले चीनी कंपनियों ने निवेश करने की योजना बनाई थी। इस साइकिल घाटी की जमीन 100 एकड़ में फैली हुई है, जिसे 400 करोड़ रुपये की लागत से अधिग्रहित किया गया था।