Road Accident During Lockdown: कोरोना वायरस (COVID-19) के चलते देश भर में लॉकडाउन लागू किया गया है, जो कि आगामी 17 मई लागू किया गया है। लॉकडाउन को तीन अलग अलग फेजों में लागू किया गया है। वहीं लॉकडाउन के दौरान सड़क दुर्घटनाओं से जुड़े हुए बेहद ही चौकानें वाले आंकड़े सामने आए हैं। बीते दो फेजों में देश भर में 600 से ज्यादा सड़क हादसे हुए हैं ।
हालांकि देखा जाए तो लॉकडाउन के दौरान लोगों के घरों से बाहर न निकलने के चलते सड़क दुर्घटनाओं की संख्या में भारी कमी आई है। लेकिन बावजूद इसके इन दुर्घटनाओं में 140 लोगों को जान गवानी पड़ी है। SaveLife फाउंडेशन, जो कि देश में होने वाली सड़क दुर्घटनाओं पर काम करती है, उसके अनुसार बीते 24 मार्च और 3 मई के बीच देश में कुल 600 सड़क हादसे रिपोर्ट किए गए हैं।
इन सड़क हादसों में 140 लोगों की मौत हुई है और सबसे ज्यादा 100 मौतें केवल 9 राज्यों में दर्ज की गई हैं। जिनमें महाराष्ट्र, दिल्ली, गुजरात, असम, केरल, कर्नाटक, पंजाब, तमिलनाडु और राजस्थान शामिल हैं। रिपोर्ट के अनुसार इन सड़क हादसों में ओवरस्पीडिंग सबसे प्रमुख कारण रहा है।
यदि आंकडों पर और गहराई से गौर करें तो कुल मौतों में 57 प्रतिशत लो वाहन चलाते हुए और 30 प्रतिशत लोग ऐसे थें जो कि इस वायरस के संक्रमण से बचने के लिए अपने घरों को जा रहे थें। लॉकडाउन के कारण अंतरराज्यीय परिवहन बंद होन के कारण बहुतायत लोग पैदल ही अपने घरों की तरफ निकलने के लिए मजबूर हुए हैं। इतना ही नहीं इन सड़क दुर्घटनाओं में कुछ डॉक्टरों और आवश्यक वस्तुओं की सप्लाई करने वालों की भी मौत हुई है।
क्या है वजह: लॉकडाउन के दौरान ज्यादातर लोग अपने घरों में रहने को मजबूर हैं, लेकिन बावजूद इसके सड़क दुर्घटनाओं के क्या कारण हैं। सड़क हादसों में ज्यादातर मामले ओवर स्पीडिंग यानी की तेज गति से वाहन चलाने के नाते हुए हैं। जानकारों का मानना है कि सड़कों के खाली होने पर ज्यादातर ने खाली सड़कों पर ओवरस्पीडिंग की होगी। तेज गति में वाहन चलाने पर सड़क हादसों की आशंका काफी बढ़ जाती है।
सरकार द्वारा पेश किए गए एक आंकड़े के अनुसार भारत में सड़क दुर्घटनाओं में 2015 और 2017 के बीच हर साल 1.46 लाख और 1.5 लाख लोगों की मौत हुई थी। इस लिहाज से देश में हर रोज औसतन 400 लोगों की मौत सड़क हादसों में होती है। सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्रालय ने यह डाटा हाल ही में संसद में हुई एक बहस के दौरान जवाब के तौर पर पेश किया था।