भयंकर वित्तीय संकट से गुजर रहे कारोबारी अनिल अंबानी लगातार अपना बिजनेस समेटने में जुटे हैं। सूत्रों के हवाले से जानकारी मिली है कि अनिल अंबानी की कंपनी रिलायंस पॉवर (आरपॉवर) ने भी इंडोनेशिया में अपनी कोयला खदानों को बेचने की प्रक्रिया शुरू कर दी है। उम्मीद की जा रही है कि कुछ ही महीनों में सौदा पूरा हो जाएगा। पूरे मामले की जानकारी रखने वाले और नाम ना बताने की शर्त पर एक शख्स के हवाले से बिजनेस स्टैंडर्ड ने बताया, ‘अगर डील होती है तो आर्थिक रूप से परेशान समूह को इससे 150-200 मिलियन डॉलर मिलने की उम्मीद है।’ शख्स ने आगे बताया कि कंपनी ने प्रक्रिया शुरू कर दी है और संभावित खरीदारों से बाचतीत कर रही है जो निर्यात और घरेलू उपयोग के लिए खदानों में दिलचस्पी ले सकती हैं। हालांकि आरपॉवर के प्रवक्ता ने मामले में प्रक्रिया देने से इनकार कर दिया है। उन्होंने सिर्फ इतना कहा, ‘ऐसा नहीं है।’
गौरतलब है कि हाल के दिनों में चीन के इंडस्ट्रियल एंड कमर्शियल बैंक ऑफ़ चाइना, एक्जिम बैंक ऑफ चाइना और चाइना डेवलपमेंट बैंक ने अंबानी की रिलायंस कम्युनिकेशंस लिमिटेड से 15 हजार करोड़ रुपए का कर्ज लौटाने को कहा था। जानना चाहिए कि कर्ज की वजह से अनिल अंबानी की संपत्ति में लगातार गिरावट देखने को मिल रही है। कभी दुनिया के टॉप दस अमीरों में शुमार अनिल अंबानी अब अरबपति कारोबारियों की लिस्ट से भी बाहर हो गए।
हाल में शेयर बाजार बंद होने पर अनिल अंबानी के नियंत्रण वाली रिलायंस की कंपनियों का कुल मार्केट कैपिटेलिाइजेशन करीब 5,400 करोड़ रुपए ही बचा रह गया। इससे पहले अनिल धीरूभाई अंबानी ग्रुप की 6 कंपनियों का कुल मार्केट कैपिटेलाइजेशन करीब 6,196 करोड़ रुपये था। खास बात है कि चार महीने पहले यह आंकड़ा करीब आठ हजार करोड़ रुपए था जो लगातार गिरता जा रहा है।