आम बजट में आभूषण कारोबारियों पर एक प्रतिशत उत्पाद शुल्क लगाये जाने के विरोध मे उत्तर प्रदेश के सर्राफा व्यापारी इस बार होली नहीं मनायेंगे। व्यापारियों ने इस दिन प्रदेश के सभी शहरों में विधायकों और सांसदों के घरों पर धरना प्रदर्शन का कार्यक्रम बनाया है। उत्तर प्रदेश सर्राफा एसोसिएशन का कहना है कि उत्पाद शुल्क के विरोध में प्रदेश के करीब पांच लाख सर्राफा व्यापारी इस बार होली नही मनायेंगे। उत्पाद शुल्क के विरोध में आभूषण कारोबारियों की दो मार्च से चल रही हड़ताल से प्रदेश के थोक व फुटकर बाजार पिछले 20 दिन से लगातार बंद है।
एसोसिएशन के अध्यक्ष महेश चन्द्र जैन ने मंगलवार (22 मार्च) को बताया कि प्रदेश के सर्राफा व्यापारियों ने फैसला लिया है कि 20 दिन से उनका कामकाज बंद है और कोई कारोबार नहीं हो रहा है। उनकी कमाई का नुकसान हुआ है, ऐसी हालत में होली के त्योहार की खुशियां कैसे मनाई जा सकती है। इस लिये हम सारे व्यापारी होली के दिन भी धरना प्रदर्शन करेंगे। एसोसिएशन ने यह भी फैसला लिया है कि प्रदेश के सभी जिलों में सर्राफा व्यापारी अपने अपने विधायको, सांसदो के घर पर जाकर धरना प्रदर्शन करेंगे ताकि केंद्र तक उनकी बात पहुंच सके।
उन्होंने कहा कि हमारी सबसे बड़ी चिंता ज्वैलर्स कारोबार में लगे छोटे व्यापारियों, दिहाड़ी मजदूरों और कर्मचारियों की है क्योंकि इनके घरो में रोजी रोटी का संकट हो गया है। जैन ने कहा कि जब तक केंद्र सरकार सर्राफा व्यापार पर एक प्रतिशत उत्पाद शुल्क समाप्त नहीं करती है तब व्यापारियों की हड़ताल जारी रहेगी। उन्होंने कहा कि सर्राफा व्यापार को उत्पाद शुल्क के दायरे में लाने से ज्वैलरी कारोबार करने वाले व्यापारियों में भारी नाराजगी है।