सैन फ्रांसिस्को में रहने वाली टेक एंटरप्रेन्योरगौरी गुप्ता के लिए एक सामान्य सा वीजा इंटरव्यू अचानक काफी तनावपूर्ण हो गया। Neosigma AI की फाउंडर गौरी दिल्ली स्थित यूएस एंबेसी में अपने O-1 वीजा इंटरव्यू के लिए लंबी लाइन में खड़ी थीं। तभी उन्हें पता चला कि उनका एक बेहद जरूरी डॉक्यूमेंट साथ नहीं है। इंटरव्यू का समय पास था और बाहर जाने का विकल्प नहीं था, जिससे उनकी घबराहट और बढ़ गई।
इसी दौरान किसी ने उन्हें इंस्टेंट डिलीवरी ऐप ब्लिंकिट का इस्तेमाल करने की सलाह दी। गौरी ने तुरंत ऐप पर ऑर्डर किया और कुछ ही समय में वह जरूरी डॉक्यूमेंट एम्बेसी के बाहर तक पहुंच गया। नतीजा यह रहा कि उनका वीजा न सिर्फ अप्रूव हुआ, बल्कि उसी दिन पासपोर्ट पर स्टैम्प भी लग गया…
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एक X (Twitter) पोस्ट पर गुप्ता ने लिखा, “मैं दिल्ली यूएस एम्बेसी में अपने O-1 वीजा इंटरव्यू के लिए लाइन में खड़ी थी, तभी मुझे एहसास हुआ कि मेरे पास कुछ डॉक्यूमेंट्स नहीं हैं जो गूगल के मुताबिक O-1 अप्रूवल के लिए काफी जरूरी हैं।”
उन्होंने आगे कहा, “सुबह 8 बजे के स्लॉट के लिए भी लाइन बहुत लंबी थी, और बाजार जाने का समय नहीं था। मैं थोड़ी घबरा गई थी।”
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उन्होंने बताया कि तभी एक सिक्योरिटी गार्ड ने एक आसान तरीका ब्लिंकिट बताया। उन्होंने आगे बताया, “तभी गार्ड ने कैजुअली कहा: ‘मैम, बस ब्लिंकिट कर दीजिए।'” गुप्ता ने ऐप के जरिए अपने डॉक्यूमेंट्स अपलोड किए और यह देखकर हैरान रह गईं कि एम्बेसी की लाइन में रहते हुए ही 15 मिनट में कागजात उन तक पहुंचा दिए गए। गुप्ता ने बताया कि उनका वीजा बिना किसी दिक्कत के अप्रूव हो गया और उस पर स्टैम्प लग गया।
“मेरे घबराहट वाले पल को बचा लिया lol। वीजा अप्रूव हो गया और स्टैम्प लग गया। सच में मेरा दिन बचा लिया और आखिरी मिनट की डिलीवरी ऐप का सबसे अच्छा मकसद पूरा किया ऐसे पलों में, भारत में सर्विसेज एक असली प्रिविलेज लगती हैं!”
[डिस्क्लेमर: यह स्टोरी एक वायरल सोशल मीडिया पोस्ट पर आधारित है और केवल जानकारी के उद्देश्य से है। बताई गई रणनीतियां यूजर की पर्सनल हैं और उनकी स्वतंत्र रूप से पुष्टि नहीं की गई है।]
