बीते दिनों दिग्गज कारोबारी राहुल बजाज ने बजाज ऑटो के चेयरमैन का पद छोड़ने का फैसला किया। राहुल बजाज के इस फैसले की वजह बढ़ती हुई उम्र बताई गई है। अब कंपनी ने राहुल बजाज के स्थान पर नीरज बजाज को नया चेयरमैन नियुक्त किया है। वहीं बजाज ऑटो के मैनेजिंग डायरेक्टर पद पर राजीव बजाज बने रहेंगे।

कौन है राजीव बजाज: बजाज ऑटो के मैनेजिंग डायरेक्टर राजीव बजाज साल 2005 से इस पद पर हैं। राजीव बजाज ने 1988 में पुणे यूनिवर्सिटी से मेकेनिकल इंजीनियरिंग में ग्रैजुएशन और वारविक यूनिवर्सिटी से 1990 में मास्टर्स किया है। राजीव बजाज की अगुवाई में पल्सर बाइक को लोकप्रियता मिली थी। माना जाता है कि इस बाइक की वजह से कंपनी के सेल्स में जबरदस्त ग्रोथ मिली।

कर चुके हैं सरकार की आलोचना: राजीव बजाज अपने पिता राहुल बजाज की तरह तेवर वाले कारोबारी के तौर पर जाने जाते हैं। वह सरकार की नीतियों का खुलकर विरोध करते रहे हैं। बीते साल लॉकडाउन के दौरान उन्होंने कांग्रेस नेता राहुल गांधी से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए बात की थी। (ये पढ़ें-इस कंपनी को हो गया 500 करोड़ का बड़ा नुकसान, मुकेश अंबानी ने लगाया है दांव)

इस बातचीत के दौरान राजीव बजाज ने कोरोना से सरकार के निपटने के तरीके पर सवाल खड़े किए थे। राजीव बजाज ने बताया था कि देश में डर का माहौल है। इसके अलावा उन्होंने कोरोना से पहले ऑटो इंडस्ट्री की सुस्ती को लेकर भी सरकार के रवैये पर सवाल खड़े किए थे।

पिता ने भी पूछे थे तीखे सवाल: एक कार्यक्रम में राजीव के उद्योगपति पिता राहुल बजाज ने गृह मंत्री अमित शाह के सामने सरकार के बारे में तीखी बात कही थी। उन्होंने कहा था कि इस वक्त देश में लोगों के बीच खौफ का माहौल है। लोगों को ये विश्वास नहीं है कि उनकी आलोचना को सरकार में किस तरह लिया जाएगा। आपको बता दें कि राहुल बजाज की आयु 83 साल हो गई है। अपनी बढ़ी उम्र को देखते हुये उन्होंने कंपनी के गैर- कार्यकारी निदेशक और चेयरमैन के पद से इस्तीफा दिया है।

राहुल बजाज ने 1965 में बजाज समूह की कमान संभाली थी। उन्होंने कंपनी का नेतृत्व करते हुए बजाज चेतक नाम का स्कूटर बनाया। बजाज ऑटो का कारोबार एक समय 7.2 करोड़ रुपये था, जो कि आज 12,000 करोड़ रुपये तक पहुंच चुका है और उसके उत्पादों का पोर्टफोलियो भी बढ़ा है।