अमेजन और फ्यूचर ग्रुप के बीच का विवाद थमने का नाम नहीं ले रहा है। हर दिन इस विवाद में एक नया मोड़ आ जाता है।

अब फ्यूचर ग्रुप ने आरोप लगाया है कि अमेरिकी रिटेल कंपनी अमेजन ने रिलायंस इंडस्ट्रीज को कारोबार बेचने के उसके करार के खिलाफ उससे 4 करोड़ डॉलर मुआवजा मांगा था। अमेजन ने फ्यूचर ग्रुप की ओर से सिंगापुर के पंच-निर्णय मंच पर किए गए इस दावे को झूठा और भ्रामक करार दिया है।

किशोर बियानी के नेतृत्व वाले फ्यूचर ग्रुप ने सिंगापुर के अंतरराष्ट्रीय मध्यस्थता निर्णय केंद्र की एक पीठ के समक्ष प्रस्तुत अपने दावे में कहा है कि अमेजन ने रिलायंस इंडस्ट्रीज के साथ उसके करार पर फोन से हुई बातचीत में 4 करोड डॉलर यानी 290 करोड रुपये की मांग की थी।

फ्यूचर ग्रुप ने यह भी कहा है कि अमेरिकी कंपनी अमेजन को 24713 करोड़ रुपये के फ्यूचर-रिलायंस इंडस्ट्रीज सौदे का पूरा ज्ञान था। लेकिन अमेजन के एक प्रवक्ता ने कहा कि कंपनी फ्यूचर समूह के इस दावे को असत्य और भ्रामक मानती है। प्रवक्ता ने कहा कि फ्यूचर का यह दावा संदिग्ध है और यह ऐसे समय पर जनता में भ्रम फैलाने का प्रयास है जबकि अमेजन ने उच्चतम न्यायालय के समक्ष एक विशेष अनुमति याचिका दायर की है।

प्रवक्ता ने कहा कि अमेजन ने फ्यूचर रिटेल लिमिटेड को उसके कारेाबार में गिरावट के समय मदद की बराबर पेशकश की और उसके साथ बातचीत को तैयार रही जबकि फ्यूचर ग्रुप समूह ने उसकी पेशकश को इनकार कर दिया।

बता दें कि अगस्त 20019 में अमेजन फ्यूचर समूह की गैर सूचीबद्ध कंपनी फ्यूचर कूपंस लिमिटेड की 49% हिस्सेदारी खरीदने का एक करार किया था। फ्यूचर कूपंस के पास फ्यूचर समूह की बीएसई में सूचीबद्ध कंपनी फ्यूचर रिटेल की 7.3% हिस्सेदारी है। अमेजन ने फ्यूचर के साथ यह भी करार किया था कि वह 3 से लेकर 10 साल के बीच सूचना डिटेल्स को भी खरीद सकती है।

29 अगस्त 2020 को फ्यूचर समूह ने रिलायंस के साथ अपने करार घोषणा जिसमें उसने अपने खुदरा और थोक व्यवसाय को रिलायंस रिटेल को बेचने का करार कर लिया था, में कहा था कि रिलायंस इंडस्ट्रीज के साथ उसका यह करार 24713 करोड़ रुपये का है।