एयर इंडिया का अधिग्रहण करने के बाद टाटा लगातार एयरलाइन को लेकर बड़े फैसले ले रहा है। बुधवार को टाटा ने एयर इंडिया को लेकर बड़ा फैसला किया। एयरलाइन में काम कर रहे 55 साल से अधिक या फिर 20 साल के अधिक समय से काम कर रहे कर्मचारियों को सेवानिवृत्ति यानि वीआरएस का विकल्प दिया है।
कंपनी की ओर से दी गई जानकारी के मुताबिक केबिन क्रू मेंबर, क्लरिकल और अनस्किल्ड कर्मचारियों के लिए वीआरएस लेने की सीमा 55 से घटाकर 40 कर दी गई है। वहीं कंपनी ने बताया है कि जो स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति लेना चाहता है उसे 1 जून से लेकर 31 जुलाई के बीच वीआरएस के लिए अप्लाई करना है, जिसके बाद कर्मचारियों को एकमुश्त राशि कंपनी की ओर से दे दी जाएगी।
एयरलाइन में नईं भर्तियां शुरू की:टाटा की इस कोशिश को एयरलाइन में पुराने स्थाई कर्मचारियों को कम करने की कोशिश के तौर पर देखा जा रहा है। नवंबर 2019 में एयरलाइन के पास 9426 स्थायी कर्मचारी थे। एक तरफ एयरइंडिया ने कर्मचारियों के लिए वीआरएस स्कीम का ऐलान किया। वहीं, दूसरी तरफ एयरलाइन ने नई भर्तियां भी निकल दी है। जानकारी के मुताबिक, एयरलाइन फ़िलहाल मुंबई, बेंगलुरु, कोलकाता और हैदराबाद में केबिन क्रू के लिए भर्ती भी की जा रही है।
एयरलाइन का कायाकल्प कर रहा टाटा: टाटा की योजना एयरलाइन को दोबारा से विश्व की सबसे बेहतर एयरलाइन बनाने की है, इसके लिए टाटा एयरइंडिया में बड़े बदलाव कर रहा है। अधिग्रहण के बाद एयरलाइन के उच्च स्त्तीय पदों पर अहम बदलाव किए गए हैं। 12 मई 2022 को टाटा ने कैम्पबेल विल्सन को एयर इंडिया का सीईओ नियुक्त किया है।
ब्लूमबर्ग की रिपोर्ट के अनुसार टाटा संस जल्द एयर इंडिया के बेड़े में 30 नए बड़े विमान शामिल करने की योजना बना रहा है। हालांकि टाटा की ओर से इसे लेकर कोई बयान नहीं दिया गया है।
टाटा संस की ओर से 8 अक्टूबर को एयर इंडिया के लिए 18 हजार करोड़ रुपए की बोली लगाई गई थी, जिसके बाद 27 जनवरी को टाटा ने एयरइंडिया को अपने नियंत्रण में ले लिया था।